गाजीपुर: बीजेपी सरकार में कार्यकर्ताओं को अगर धरना और प्रदर्शन करना पड़े फिर भी अधिकारी ना सुने तो इसे हम कह सकते हैं कि इस सरकार में कार्यकर्ताओं की नहीं सुनी जा रही है. कुछ ऐसा ही जमानिया तहसील पर पिछले 8 दिनों से देखने को मिल रहा है.
दरअसल, जमानिया नगर पालिका अध्यक्ष के प्रति कई तरह के गंभीर आरोप सिद्ध होने के बाद भी अपने पद पर बना हुआ है. जिसको लेकर बीजेपी नेता धरना प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन जिम्मेदार अधिकारी कानों में तेल डालकर उनकी बात अनसुनी किए हुए हैं. वहीं अब इन लोगों ने जिलाधिकारी गाजीपुर के खिलाफ भी मोर्चा खोल दिया है.
नगर पालिका अध्यक्ष एहसान जफर पर वित्तीय अनियमितता का आरोप
जमानिया तहसील मुख्यालय स्थित रामलीला मंच पर समर्थकों संग मनोनीत सभासदों का क्रमिक धरना आंठवे दिन भी जारी रहा. इस धरना प्रदर्शन को मुख्य रूप से मनोनीत सभासद जयप्रकाश गुप्ता के द्वारा आयोजित किया गया है. इसमें उन्होंने नगर पालिका अध्यक्ष एहसान जफर पर वित्तीय अनियमितता का आरोप लगाया है. जिसमें से उनकी मुख्य दो मांग रही है.
इन दो मांगों के सापेक्ष एक मांग को एसडीएम प्रतिभा मिश्रा ने बीते सोमवार को ही पूरा कर दिया लेकिन एक मांग शेष रह जाने के कारण धरना अभी भी जारी है. बीजेपी जिला कार्य समिति के सदस्य संतोष पाण्डेय ने बताया कि दोष सिद्ध होने के बाद भी नगर अध्यक्ष के विरुद्ध कार्यवाई न होना प्रशासन की कार्य प्रणाली पर सवालिया निशान उठाता है.
मांग के पूरा होने तक धरना जारी रहेगा- सभासद
मनोनीत सभासद कमल निगम ने कहा कि नगर पालिका में हुए वित्तीय अनियमिता के खिलाफ हमारी लड़ाई जारी है. 4 जनवरी को नगर पालिका में ब्याप्त वित्तीय अनियमिता को लेकर जिलाधिकारी को पत्रक दिया गया था. उच्चस्तरीय जांच टीम द्वारा जांचोपरान्त नगर पालिकाध्यक्ष सहित अन्य लोगों को दोषी करार दिया गया लेकिन काफी दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक कोई कार्यवाई नहीं होना कुकृत्य को बढ़ावा देना है.
मनोनीत सभासद जयप्रकाश गुप्ता ने कहा कि जब तक मांग पूरी नहीं हो जाती तब यह धरना चलता ही रहेगा. इनके इस धरना और प्रदर्शन में जमानिया की भारतीय जनता पार्टी के संगठन से जुड़े हुए तमाम कार्यकर्ता खुलकर सामने आ चुके हैं. साथ ही नगर पालिका अध्यक्ष के पावर सील होने पर धरना प्रदर्शन को जारी रहने की बात कर रहे हैं.
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