Ghazipur News: गाजीपुर (Ghazipur) में बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षा के स्तर को ऊपर करने के लिए लगातार नए प्रयोग किए जा रहे हैं. इसी कड़ी में शिक्षा विभाग के द्वारा किताबी ज्ञान के साथ उन्हें ऑडियो-वीडियो के माध्यम से भी शिक्षा देने की व्यवस्था बनाई गई है जिसको लेकर बेसिक शिक्षा विभाग ने प्राथमिक विद्यालय के छात्रों को उनके किताबों के क्यूआर कोड स्कैन कर ऑडियो-वीडियो के बारे में जानकारी दी जिसको देखकर छात्र काफी खुश नजर आएं.


एक कहावत है कि देर आए दुरुस्त आए, जी हां कुछ ऐसा ही इन दिनों परिषदीय विद्यालयों की किताबों में भी देखने को मिल रहा है. इन किताबों के पाठ्यक्रम में चाहे जिस भी विषय की किताब हो़, सभी किताबों में प्रत्येक पाठ पर क्यूआर कोड दिया गया है. जिसके माध्यम से जहां छात्र स्कूलों में किताबी ज्ञान लेते हैं वही उनको टीचर के द्वारा होमवर्क भी दिया जा रहा है. इस होमवर्क को छात्र अपने घरों पर अपने परिजनों के एंड्राइड मोबाइल में शिक्षा ऐप को डाउनलोड कर उसे क्यूआर कोड को स्कैन कर उस पाठ्यक्रम को ऑडियो वीडियो में तब्दील कर अपनी पढ़ाई कर रहे हैं. साथ ही साथ उन्हें पढ़ने में अब मजा भी आ रहा है.


क्यूआर कोड से स्कैनिंग कर पढ़ रहे बच्चे 
इन्हीं बातों को समझाने और देखने के लिए बेसिक शिक्षा अधिकारी हेमंत राव एक विद्यालय में पहुंचे. जहां पर छात्रों को अपने मोबाइल से क्यूआर कोड को स्कैन कर छात्रों के सामने प्रदर्शित किया जिससे छात्र खुश हुए. उसमें बहुत सारे छात्रों ने बताया कि वह लोग अपने माता पिता या भाई के मोबाइल से क्यूआर कोड स्कैन कर अपनी पढ़ाई को मस्ती में कर रहे हैं. इन्हीं बातों को बेसिक शिक्षा अधिकारी ने मीडिया के सामने अपने कार्यालय में भी प्रदर्शित करके दिखाया जो क्यूआर कोड कुछ ही पलों में ऑडियो वीडियो में तब्दील हो गया. 


बेसिक शिक्षा अधिकारी हेमंत राव ने जानकारी देते हुए बताया कि हमारे यहां जो परिषदीय किताबें आती है उनमें बेहतरीन ढंग से पाठ्यक्रम तैयार किया जाता है. एक बहुत ही बड़ा पैनल होता है जिनके द्वारा प्रत्येक कक्षा के बच्चो के बौद्धिक स्तर के हिसाब से पाठ्य संरचना का निर्माण किया जाता है. इसमें एक और भी बढ़ोत्तरी की गई है, जिसमें हर पाठ के सामने एक क्यू आर कोड दिया गया है जिसके माध्यम से बच्चा अगर विद्यालय में नहीं है, तो वो अपने घर पर क्यू आर कोड के माध्यम से आसानी से अपने स्मार्टफोन के द्वारा दीक्षा एप के माध्यम से इसको जैसे ही स्कैन करेगा तो वो अमुक पाठ सामने आ जाता है और उसका वीडियो चलने लगता है. इससे बहुत ही आसानी से बच्चा उस पाठ को समझ लेता है और न समझ आने पर बार बार उसको देख सकता है, जिससे उसकी समझ उस पर बहुत अच्छे तरीके से बन जाती है.


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