गाजीपुर का यह किसान ड्रैगन फ्रूट की कर रहा है खेती, हैदराबाद से मंगाए पौधों का किया रोपण
UP News: गाजीपुर के किसान जनार्दन सिंह ने क्रैश क्राप ड्रैगन फ्रूट उगाने का फैसला किया है. उन्होंने हैदराबाद से ड्रैगन फ्रूट के पौधे मंगवा कर अपने खेतों में लगाया है.
Ghazipur News: गाजीपुर के अमौरा गांव के किसान जनार्दन सिंह ने क्रैश क्राप ड्रैगन फ्रूट उगाने का फैसला किया है और उन्होंने इसके 1200 पौधों का रोपण भी कर दिया है. उन्होंने हैदराबाद से ड्रैगन फ्रूट के पौधे मंगवा कर अपने खेतों में लगाया है और उनको उम्मीद है कि इससे उनको पारंपरिक फसलों की अपेक्षा ज्यादा कमाई होगी.
जनार्दन सिंह से बताया कि पहले वो पारंपरिक फसलों की खेती करते थे लेकिन लागत अधिक होने की वजह से उनको उन फसलों से लाभ नहीं मिल रहा था. उन्होंने बताया कि उनको किसी ने ड्रैगन फ्रूट की खेती के बारे में बताया जो कि कैश क्राप है. पहले उन्होंने इसकी खेती के बारे में पूरी जानकारी ली और उसके बाद हैदराबाद से ड्रैगन फ्रूट के 1200 पौधे मंगवाये और उनको खेत में लगाया.
किसान जनार्दन सिंह को अच्छे मुनाफे की उम्मीद
ड्रैगन फ्रूट के पौधे पोल पर लगाये जाते हैं जिसके लिये उन्होंने अपने दो एकड़ खेत में 300 पोल लगाये हैं. एक पोल पर ड्रैगन फ्रूट के चार पौधे रोपित किये जाते हैं. हर पोल पर 3 से 5 किलो ड्रैगन फ्रूट की पैदावार का अनुमान है. 1200 ड्रैगन फ्रूट के पौधों से करीब 1000 किलो ड्रैगन फ्रूट पैदा होने की उम्मीद है और प्रति किलो 150 रुपये की कीमत मिलने की उम्मीद है. वाराणसी की पहड़िया थोक मंडी में ड्रैगन फ्रूट की अच्छी मांग है. जनार्दन सिंह को इससे अच्छे मुनाफे की उम्मीद है.
ड्रैगन फ्रूट जहां स्वास्थ्य के लिये बेहद उपयोगी हैं. वहीं इनका मेडिसिन की तरह उपयोग भी किया जाता है.प्लेटलेट्स बढ़ाने के लिये ड्रैगन फ्रूट के इस्तेमाल की सलाह दी जाती है. अन्य बीमारियों में भी ड्रैगन फ्रूट का इस्तेमाल किया जाता है. इसके अलावा इनसे जैम और जेली भी तैयार की जा सकती है. जनार्दन सिंह को ड्रैगन फ्रूट के अच्छे पैदावार की उम्मीद है और फसल अच्छी हुई तो उनको अच्छी कमाई होगी.
पारंपरिक खेती पर कम होगी निर्भरता
वहीं वो आसपास के किसानों के लिये वो एक प्रेरणा भी बनेंगे. अभी ज्यादातर किसान पारंपरिक फसलों की पैदावार करते हैं जिसमें उनकी लागत अधिक आती है लेकिन उसके अनुसार उनको अपनी फसल का रिटर्न नहीं मिल पाता है. यही वजह है कि अब किसान कैश क्राप (नकदी फसल) की खेती की तरफ जा रहे हैं और अच्छी कमाई कर रहे हैं और यहां सेब से लेकर कई तरह की आधुनिक खेती की जा रही है.
(गाजीपुर से आशुतोष त्रिपाठी रिपोर्ट)
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