क्या आप जानते हैं कि एक कमरे में भी की जा सकती है खेती, कर सकते हैं बंपर कमाई
यूपी के गाजीपुर जिले में 17 साल के युवा ने मशरूम की खेती करने की सोची और इसे शुरू भी किया. युवक ने बताया कि मशरूम की खेती के लिए बहुत ज्यादा जगह की जरूरत नहीं होती है, इसकी खेती एक छोटे से कमरे में की जा सकती है.
गाजीपुर: मशरूम एक ऐसी फसल जिसके लिए कोई खेत खलिहान की जरूरत नहीं होती. मशरूम की खेती के लिए एक कमरे की जरूरत होती है. शायद ये बात अभी तक बहुत सारे लोग नहीं जानते हैं. जिसका नजारा पिछले दिनों किसान मेले में उस वक्त देखने को मिला था जब विधायक मोहम्मदाबाद ने मशरूम के स्टाल का निरीक्षण कर इसकी खेती के बारे में जाना. किसान मेले में उन्होंने पूछा कि इसके लिए किस तरह का खेत या मिट्टी की जरूरत होती है तब स्टाल पर बैठे ट्रेनर ने विधायक को बताया कि इसके लिए खेत नहीं बल्कि एक कमरे की जरूरत होती है.
एक कमरे में की जा सकती है खेती गाजीपुर जिले में 17 साल के युवा ने मशरूम की खेती करने की सोची और इसे शुरू भी किया. मशरूम करीब 25 दिन में ही अपने असली रूप में आ गया. युवक ने बताया कि ऑस्टर मशरूम की खेती के लिए बहुत ज्यादा जगह की जरूरत नहीं होती है. इसकी खेती एक छोटे से कमरे में की जा सकती है.
मशरूम की खेती में मिली सफलता युवक ने बताया कि उसके पास अपना मकान है जो कुछ दिनों पहले ही बनकर तैयार हुआ है. अभी खाली होने की वजह से उसमें मशरूम की खेती की जिसमें उसे सफलता भी मिली. उसने बताया कि इस फसल को लगाने के लिए पहले भूसे का ट्रीटमेंट किया गया और फिर उसमें बीज मिलाया. उसके पश्चात उसे प्लास्टिक के बैग में भरकर एक कमरे में रखा गया. करीब 25 दिन तक लगातार उसकी देखरेख करने के बाद मशरूम का फल देखने के बाद काफी खुशी हुई.
कई तरह से फायदेमंद है मशरूम वहीं, जब इस बारे में मशरूम उगाने वाले ज्योतिष सिंह से बात हुई तो उन्होंने इस बारे में विस्तृत रूप से बात की. उन्होंने बताया कि ये मशरूम सड़ने वाला नहीं है. अगर ग्राहक नहीं मिल पा रहा है तो इसे आसानी से सुखा सकते हैं. सुखाने के बाद इसे अगले 5 साल तक रखकर इसका प्रयोग किया जा सकता है. इतना ही नहीं यदि इसका पाउडर बना दिया जाए तो ये कई रोगों में लाभकारी होता है. खासकर महिलाओं में एनीमिया की कमी को दूर करने, छोटे बच्चों की हड्डियों को मजबूत करने में ये बेहद सहायक होता है.
पाए जाते हैं पोषक तत्व ज्योतिष सिंह ने बताया कि इसमें प्रचुर मात्रा में पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जिनकी शरीर को बहुत आवश्यकता होती है. साथ ही ये फाइबर का भी एक अच्छा माध्यम है. कई बीमारियों में मशरूम का इस्तेमाल दवाई के तौर पर किया जाता है. मशरूम में कई महत्वपूर्ण खनिज और विटामिन पाए जाते हैं. इनमें विटामिन बी, डी, पोटैशियम, कॉपर, आयरन और सेलेनियम की पर्याप्त मात्रा होती है. इसके अलावा, मशरूम में choline नाम का एक खास पोषक तत्व पाया जाता है.
कम पैसों में की जा सकती है मशरूम की खेती वहीं, मशरूम की खेती के बारे में जब कृषि विज्ञान केंद्र के मशरूम विशेषज्ञ डॉ राजेश वर्मा से बात की गई तो उन्होंने मशरूम की खेती को कम पैसे में, कम जगह में कैसे किया जाए इसे लेकर अहम जानकारी दी. उन्होंने बताया कि मशरूम में कई औषधीय गुण पाए जाते हैं जो शरीर के लिए बेहद लाभदायक होते हैं.
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