Ghazipur Flood Alert: गाजीपुर में फिर बढ़ा गंगा का जलस्तर, मंडरा रहा बाढ़ का खतरा, प्रशासन ने जारी किया अलर्ट
Ghazipur Flood Alert: गाजीपुर के डीएम मंगला प्रसाद सिंह ने कहा कि हमने बाढ़ राहत केंद्र बना रखे हैं. उन केंद्रों पर लोगों के लिए पूरी व्यवस्थाएं की गई हैं. हमारे सभी अधिकारी इस कार्य में लग चुके हैं.
Ghazipur Flood Alert: यूपी (UP) के गाजीपुर (Ghazipur) में गंगा नदी (Ganga River) का जलस्तर लगातार दो बार बढ़ने के के बाद घटने लगा था. ऐसे में लोग काफी राहत महसूस कर रहे थे. इस बीच एक बार फिर से गंगा का जलस्तर बढ़ने लगा है. मौजूदा समय की बात करें तो गंगा 3 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रही रही है, जिसको लेकर जिला प्रशासन के माथे पर बल आ गया है, क्योंकि धौलपुर (Dholpur Dam) और माताटीला डैम (Matatila Dam) से करीब 22 लाख क्यूसेक पानी गंगा में छोड़ा गया है. इसे लेकर जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह (DM Mangla Prasad Singh) ने गुरुवार की देर रात संबंधित विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की और उन्हें हाई अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया.
वहीं शुक्रवार को मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने बताया कि अब पानी छोड़े जाने का मतलब है, जलस्तर का लेबल काफी बढ़ जाएगा, जिसको लेकर पूरे जिले में अलर्ट घोषित किया जा चुका है. इसके अलावा गंगा किनारे के गांव मे सूचना कराई जा रही है कि आज रात तक या कल सुबह तक पानी बढ़ जाएगा. ऐसे घर जो गंगा नदी के तलहटी में बसे हुए हैं, उन घरों में पानी जाने की पूर्ण संभावना है, इसलिए हम उन लोगों से अपील कर रहे हैं कि वहां से हटने की व्यवस्था बनाएं.
5 तहसील हैं बाढ़ प्रभावित
उन्होंने कहा कि हमने बाढ़ राहत केंद्र बना रखे हैं. उन राहत केंद्रों पर लोगों के लिए पूरी व्यवस्थाएं की गई हैं. हमारे सभी अधिकारी इस कार्य में लग चुके हैं. उन्होंने बताया कि जिले में कुल 7 तहसीलें हैं, जिसमें से 5 बाढ़ प्रभावित तहसील में शामिल हैं. इनमे सबसे अधिक प्रभावित सेवराई तहसील है. इसके अलावा जमानिया सदर और सैदपुर में गंगा का जलस्तर बढ़ने से गंगा की दूसरी जो सहायक 9 नदियां है, उसमें भी उफान आ जाता है. इसी को देखते हुए हम सभी तहसीलों को चौकन्ना किए हुए हैं.
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लोगों से संपर्क बनाए रखने के दिए गए निर्देश
डीएम ने कहा कि जिले के करीब 125 गांव से ज्यादा बाढ़ प्रभावित गांव में शामिल हैं. वह पहले से चयनित हैं, जहां सबसे पहले पानी घुसता है, ऐसे गांव के ग्राम प्रधान, सम्मानित जन से हम और हमारी टीम संपर्क बनाए हुए हैं. जिला स्तर के साथ ही तहसील स्तर पर भी कंट्रोल रूम बना दिए गए हैं और इस जगह पर सभी विभागों के अधिकारी जिसमें लेखपाल, शिक्षक, चिकित्सक शामिल हैं, इन लोगों को निर्देश दिया गया है कि बाढ़ प्रभावित इलाके के आस-पास जहां भी सुरक्षित एरिया हो वहां पर आप लोग रुके और बाढ़ प्रभावित गांव के लोगों से संपर्क बनाए रखें.
छोटी नाव की भी की गई व्यवस्था
डीएम मंगला प्रसाद सिंह ने कहा कि गंगा के किनारे जिन लोगों के खेत हैं, गांव हैं, उन लोगों को भी सूचित कराया जा रहा है कि वह भी अपने सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं. बाढ़ को देखते हुए नाव की भी व्यवस्था कर ली गई है. गांव की गलियों में भी अभी पानी घुसता है तो छोटी नाव की भी व्यवस्था कर ली गई है.
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