UP Paper Leak Case: गाजीपुर की जखनियां विधानसभा से सुभासपा विधायक बेदीराम के खिलाफ लखनऊ की गैंगस्टर कोर्ट ने एनबीडब्ल्यू जारी किया है. यह मामला 2006 के रेलवे भर्ती बोर्ड के समूह घ की परीक्षा के पेपर लीक से जुड़ा है. 2006 में बेदीराम को यूपी एसटीएफ ने गिरफ्तार किया था और प्रेस नोट जारी किया था. बेदीराम अभियुक्त नंबर 1 था और 26 जुलाई को इस मामले में लखनऊ की गैंगस्टर कोर्ट में सभी 18 आरोपियों के खिलाफ चार्ज फ्रेम होना है, जिसके लिये कोर्ट ने एनबीडब्ल्यू जारी किया है.


ओपी राजभर ने लगाया विपक्ष पर आरोप 


आज गुरुवार (11 जुलाई) को बेदीराम अपनी पार्टी के एक कार्यक्रम में गाजीपुर पहुंचे थे. सुभासपा के कार्यवाहक राष्ट्रीय महासचिव अरविंद राजभर भी कार्यक्रम में मौजूद थे. इस दौरान मीडिया ने एनबीडब्ल्यू और बेदीराम के वायरल वीडियो पर जब उनसे पूछा तो वो बुरी तरह से भड़क गये और कहा कि वो दलित हैं इसलिये विपक्ष उनके खिलाफ साजिश कर रहा है और मेरी पार्टी को बदनाम कर रहा है. उन्होंने कहा कि मेरी गिरफ्तारी की गलत खबर चलायी जा रही है.


कोर्ट के आदेश को सम्मान करेंगे बेदीराम


एनबीडब्ल्यू जारी होने पर विधायक सुभासपा बेदीराम ने कहा कि बहुत पुराना केस है और इसमें 18 आरोपी हैं, जिनमें से कुछ आरोपियों के देहांत भी हो चुका है. मैं और मेरा वकील हमेशा कोर्ट में जाते हैं. 26 जुलाई को इस मामले में चार्ज बनना है और कोर्ट जो भी आदेश करेगा उसका सम्मान है.


क्या बोले बेदीराम?


वहीं कुछ दिनों पूर्व अपने वायरल वीडियो को बेदीराम ने डीपफेक बताया. नीट परीक्षा में नाम आने पर उन्होंने कहा कि देश की सबसे बड़ी एजेंसी में सीबीआई ने भी मेरा नाम नहीं लिया. बेदीराम ने कहा कि वो एक दलित विधायक हैं इसलिये विपक्ष उनको बदनाम कर रहा है.


ओमप्रकाश राजभर के उनके सपा विधायक होने की बात पर उन्होंने कहा कि सपा ने ही मुझे टिकट दिया था. अध्यक्ष मेरे साथ हैं. नौकरी दिलाने के ओमप्रकाश राजभर के बयान पर बेदीराम ने कहा कि ये बात उन्होंने मजाक में कही थी.


(आशुतोष त्रिपाठी की रिपोर्ट)


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