Uttar Pradesh News: गाजीपुर की एमपी एमएलए कोर्ट से आज सजा पाए यूपी के माफिया डॉन मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) के कारनामों की लिस्ट लंबी है. मुख्तार का परिवार बड़े राजनीतिक रसूख वाला है और एक समय उनका बहुत दबदबा रहता था, लेकिन अब उसका साम्राज्य बिखरता जा रहा है. अंसारी परिवार में अब भी दो विधायक बचे हैं. मुख्तार अंसारी को सजा मिलने और जेल में रहने के कारण मऊ सीट से उसका बेटा अब्बास अंसारी ओम प्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) की पार्टी से चुनाव लड़ा और जीता भी, जबकि गाजीपुर की मोहम्मदाबाद सीट से मुख्तार का सबसे बड़ा भाई सिब्तउल्लाह अंसारी का बेटा शोएब अंसारी 2022 में सपा के टिकट पर विधायक बना.


मुख्तार अंसारी को लेकर तीन भाई हैं. सिब्तउल्लाह अंसारी मोहम्मदाबाद के पूर्व विधायक हैं, मुख्तार का भाई अफजाल अंसारी सांसद है. अफजाल को भी कोर्ट ने आज चार साल की सजा सुनाई है. मुख्तार अंसारी भी मऊ से विधायक रह चुका है. उसका बेटा अब्बास अंसारी इसी सीट से विधायक है. अब्बास अंसारी राष्ट्रीय स्तर का शूटर है. मुख्तार का एक छोटा बेटा भी है, जिसका नाम उमर अंसारी है. उमर विदेश से पढ़ा है और राजनीति में भाई की मदद करता है.


दोनों भाईयों को आज हुई सजा
बता दें कि गैंगस्टर मामले में आज गाजीपुर की एमपी एमएलए कोर्ट ने मुख्तार अंसारी को 10 साल की सजा सुनाई है और 5 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है. यह सजा बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय की हत्या मामले में सुनाई गयी है. इस मामले में इनपर गैंगस्टर एक्ट के तहत केस दर्ज हुआ था. वहीं उसके भाई अफजाल अंसारी को 4 साल की सजा सुनाई गई है और एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है. यह सजा 15 साल पुराने मामले में सुनाई गई है. अफजाल अंसारी गाजीपुर सीट से बसपा के टिकट पर सांसद है. अब सजा होने के बाद उसकी लोकसभा सदस्यता जाना तय माना जा रहा है. 


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