Ghazipur News Today: गाजीपुर के नगर पंचायत बहादुरगंज के अध्यक्ष रियाज अंसारी को कासिमाबाद पुलिस ने नगर पंचायत सभासदों के साथ बैठक के दौरान हिरासत में लिया है. इसके बाद पुलिस ने रियाज अंसारी से कोतवाली में लंबी पूछताछ की और फिर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया. इस दौरान रियाज अंसारी तबीयत बिगड़ गई, जिसके बाद उन्हें आनन फानन में राजकीय मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया है. 


बहादुरगंज नगर पंचायत के अध्यक्ष रियाज अंसारी का शुमार आईएस 191 मुख्तार अंसारी गैंग के करीबी सदस्यों में होता है. इस मामले में रियाज अंसारी के खिलाफ मदरसा मसाकीन के प्रबंधक अब्दुल गनी की तरफ से मुकदमा दर्ज कराया गया है. मदरसा के प्रबंधक ने रियाज अंसारी पर धोखधड़ी समेत कई गंभीर आरोप लगाए हैं. 


मदरसे के लिए बनाई फर्जी कमेटी
मदरसा मसाकीन के प्रबंधक अब्दुल गनी की तरफ से दर्ज शिकायत में आरोप लगाया गया है कि नगर पंचायत बहादुरगंज के अध्यक्ष रियाज अंसारी ने फर्जी दस्तावेज के जरिए प्रबंध कमेटी की एक पैरेलल कमेटी बनाई और पूर्व की कमेटी को भंग दिखाकर नई कमेटी से कार्य करवाया. इस नई कमेटी का अध्यक्ष रियाज अंसारी ने अपने भतीजे को बनाया और अन्य लोगों के फर्जी हस्ताक्षर से नई कमेटी का गठन किया.


यह मामला तब उजागर हुआ जब प्रबंधक अब्दुल गनी ने कासिमाबाद कोतवाली पुलिस को इसकी जानकारी दी. पुलिस ने मामले की जांच की और एक दिन पहले रियाज अंसारी को नगर पंचायत कार्यालय में बैठक के दौरान हिरासत में लिया. पूछताछ के बाद मामला पुख्ता होने पर उन्हें जेल भेज दिया गया. हालांकि, इस दौरान उनकी तबीयत बिगड़ गई जिसके बाद उन्हें गाजीपुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है.


रियाज अंसारी पर दर्ज हैं कई केस
बता दें, रियाज अंसारी द्वारा फर्जीवाड़ा करने का यह कोई पहला मामला नहीं है. इससे पहले उन्होंने फर्जी दस्तावेज के सहारे अपनी पत्नी को इस मदरसे में सहायक अध्यापक बना दिया था. इस मामले में उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भी भेजा गा था. रियाज अंसारी पर गैंगस्टर एक्ट के भी मामले दर्ज हैं और मौजूदा समय में जमानत पर हैं.


हालिया कुछ दिन पहले नगर पंचायत अध्यक्ष रियाज अंसारी और उनकी पत्नी ने मदरसा प्रबंधक को धमकाने और 10 लाख रुपये की रंगदारी मांगने के भी आरोप लगे थे. इस मामले में भी करीब 2 महीने पहले मुकदमा भी दर्ज हुआ था. इस पर रियाज अंसारी ने कोर्ट से अरेस्ट स्टे ऑर्डर लिया था. 


पुलिस जांच में जुटी
पुलिस अधीक्षक डॉ ईरज राजा ने बताया कि फर्जी दस्तावेज बनाकर मदरसा प्रबंधक कमेटी पर कब्जा करना चाह रहे थे, जिसकी जानकारी मदरसा प्रबंधक के द्वारा दी गई. जांच में मामला सही पाए जाने पर उन्हें हिरासत में लिया गया है और अब उनके विरुद्ध कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने बताया कि इस मामले में कई अन्य लोग भी शामिल हैं, जिनकी तलाश की जा रही है.


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