Ghazipur News: मदरसे की नींव रखने पहुंचे बोर्ड चेयरमैन बोले- आधुनिक शिक्षा के साथ दी जाएगी दीनी तालीम
UP News: मदरसों में एनसीईआरटी की किताबें लागू होने पर उन्होंने कहा कि मदरसों में अब बहुत तेजी से बदलाव आ रहा है. प्रदेश की सरकार इस पर लगातार जोर दे रही है.
Ghazipur News: गाजीपुर (Ghazipur) में दीनी तालीम के साथ ही दुनियावी तालीम के लिए आधुनिक शिक्षा से युक्त मदरसे की नींव रखने के लिए मदरसा बोर्ड के चेयरमैन इफ्तेखार जावेद का मोहम्मदपुर गांव में पहुंचे, जहां पर चेयरमैन आयोजित जलसे में शामिल हुए और उसके बाद मदरसे की नींव रखने का काम किया. इस दौरान उन्होंने बताया कि इस मदरसे में आधुनिक शिक्षा के साथ ही दीनी तालीम भी दी जाएगी.
इस दौरान मदरसों में दीनी तालीम के नाम पर उन्होंने कहा कि मुसलमानों की बहुत ही तेजी से तालीम हो रही है, यह तालीम अल्लाह ने भेजी है. उन्होंने कहा कि अल्लाह ने कहा है कि तालीम हासिल करने के लिए अगर चीन भी जाना पड़े तो चीन जाओ. मदरसों में दीनी तालीम के साथ ही साथ साइंस, मैथ, जीके और अन्य पाठ्यक्रम भी पढ़ाए जा रहे हैं.
'मदरसों में आ रहा तेजी से बदलाव'
मदरसों में एनसीईआरटी की किताबें लागू होने पर उन्होंने कहा कि मदरसों में अब बहुत तेजी से बदलाव आ रहा है. प्रदेश की सरकार इस पर लगातार जोर दे रही है. पीएम का सपना है कि मुसलमानों के बच्चों के हाथ में कुरान और एक हाथ में कंप्यूटर की तालीम हो. वह दीन के रास्ते पर भी चलें और दुनिया के रास्ते पर भी चलें. इस पर मदरसे लगातार काम कर रहे हैं. बता दें कि पिछले दिनों मदरसों के सर्वे के दौरान लगभग साढ़े आठ हजार मदरसे पूरे प्रदेश में बिना मान्यता प्राप्त निकले थे. इसके बाद मदरसा बोर्ड के चेयरमैन इफ्तेखार जावेद ने इस बात से इनकार किया.
'कोई भी मदरसा अवैध नहीं'
मदरसा बोर्ड के चेयरमैन इफ्तेखार जावेद ने आगे कहा कि कोई भी मदरसा इल्लीगल नहीं है और कोई भी अवैध नहीं है, यह किसने कह दिया. सर्वे होते रहते हैं, सर्वे स्कूलों के होते हैं, सर्वे तालीम के होते हैं. सारे मदरसे बेहतर दिशा में काम कर रहे हैं. प्रदेश सरकार के नियमों और कायदे कानून पर काम कर रहे हैं. मदरसों में 7.5 लाख से ऊपर बच्चे हैं जो देश के हैं, कोई मदरसे गलत नहीं है. गलत शब्दों का प्रयोग न करें, सब मदरसे लीगल है.
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