Ghazipur News: देश में इन दिनों आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है लेकिन आज भी बहुत सारे ऐसे गांव हैं, जो आजादी के 75 साल बाद भी मुख्य सड़क से नहीं जुड़ पाए हैं. जिसके चलते उन्हें आने और जाने के लिए खेतों की पगडंडियों का सहारा लेना पड़ता है. आए दिन खेत मालिकों के द्वारा मारपीट की नौबत से भी दो-चार होना पड़ता है. यह सारी समस्याओं को लेकर सोमवार को गाजीपुर में भारी संख्या में महिला और पुरुष जिला अधिकारी ने कार्यालय पहुंच कर धरना देने का काम किया.
क्या है पूरा मामला?
गाजीपुर में जिला अधिकारी और उनके द्वारा नामित अधिकारियों के द्वारा जनता दर्शन का कार्य किया जाता है. इसी कड़ी में सोमवार को गाजीपुर से मोहम्दाबाद तहसील के जोगा मुसाहिब गांव के बिंद बस्ती और हरिजन बस्ती के लोग जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे और जिलाधिकारी के नहीं होने पर इन सभी लोगों ने वहां पर बैठकर धरना देना शुरू कर दिया. लोगों का कहना है कि आजादी के 75 साल बीत जाने के बाद भी इन लोगों को गांव में जाने के लिए रास्ता नहीं है. जिसकी वजह से इन लोगों को खेत की पगडंडियों के सहारे आना जाना पड़ता है. जिसके चलते खेत स्वामी फसल नुकसान होने की बात कर गाली गलौज के साथ ही मारपीट पर उतारू हो जाते हैं.
जिलाधिकारी ने दिया ये आश्वासन
इन्हीं सब समस्याओं को लेकर पिछले दिनों ग्राम प्रधान के द्वारा चकरोड बनवाने का काम किया जा रहा था. जिसको लेकर सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान के कहने पर मिट्टी फेंकने का भी काम किया था. लेकिन गांव के दबंग ने रात में उस चकरोड को ट्रैक्टर से जोत कर खत्म कर दिया. जिसके चलते अब बारिश का भी मौसम चल रहा है लेकिन बारिश अभी नहीं हुई है, यदि बारिश हो जाती है तो उनकी समस्याएं और भी बढ़ जाएगी. इन्हीं सब बातों को लेकर वह जिलाधिकारी से अपनी गुहार लगाने को आए हैं.
वहीं इस पूरे प्रकरण पर जिलाधिकारी ने बताया कि उनके कार्यालय पर जनता दर्शन के तहत 10 से 12 प्रतिदिन अधिकारियों के द्वारा जनता की बातों को सुना जाता है. इसी दौरान यह लोग भी आए हैं और इनका मामला सुना गया है. संबंधित अधिकारियों को मौके पर जाकर यथास्थिति की जानकारी के लिए भेजा गया है और अगले एक या दो दिनों में उनकी समस्याओं को सुलझाने का प्रयास किया जाएगा.
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