Ghazipur News: बलिया (Ballia) में 2 दिन पहले ओमप्रकाश राजभर के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक (Brajesh Pathak) के साथ मंच साझा करने के बाद प्रदेश की राजनीति एक बार फिर से गर्म हो गई है और लोग तरह-तरह के कयास लगा रहे हैं कि क्या एक बार फिर से ओमप्रकाश राजभर बीजेपी की राह पकड़ सकते हैं. इसको लेकर गाजीपुर के सदर विधायक जय किशन साहू से बात की गई तो उन्होंने बताया कि ओमप्रकाश राजभर के राजनीतिक सिद्धांत और संविधान अलग है, उनका जवाब भीमराव अंबेडकर के द्वारा लिखित संविधान को मानने वाला नहीं दे सकता है.


'राजनीति का अपना अलग संविधान लिख रहे'
गाजीपुर के सदर विधायक जय किशन साहू ने बताया कि राजभर को अपनी कमी नहीं दिखती और दूसरे की छोटी कमी भी बहुत बड़ी दिखती है. वह कभी उपमुख्यमंत्री से मिलते हैं और कभी मुख्यमंत्री से मिलते हैं, यह अच्छी बात है क्योंकि वह राजनीति का अलग संविधान लिख रहे हैं. बहुजन समाज पार्टी प्रदेश में स्ट्रगल कर रही है और उसने ओमप्रकाश राजभर को पहले ही नकार दिया है क्योंकि वह वफादार नहीं है और वह भारतीय जनता पार्टी के साथ प्रयास कर रहे हैं और वह अपने प्रयास में सफल रहेंगे.


नो वैकेंसी के सवाल पर दिया ये जवाब 
अनिल राजभर के द्वारा बीजेपी में ओमप्रकाश राजभर  को नो वैकेंसी के सवाल पर कहा कि दोनों एक दूसरे के प्रतिद्वंदी हैं और दोनों एक दूसरे को नो वैकैंसी की बात करते रहते हैं. घबराने की कोई बात नहीं है क्योंकि दोनों की नौकरी खतरे में है. वहीं बलिया में मंच साझा करने पर डिप्टी सीएम और ओमप्रकाश राजभर ने इस मिलन को अपनी पुरानी 17 साल की दोस्ती का हवाला दिया, जिस पर विधायक ने कहा कि हिंदू समाज और मानव जीवन में एक रिश्ता होता है. साढू का वह रिश्ता कब बनता है और कब टूटता है इसके बारे में ओमप्रकाश राजभर ही बता सकते हैं.


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