UP News: नेपाल (Nepal) के पोखरा में रविवार को हुए विमान हादसे में मारे गए गाजीपुर (Ghazipur) के चार युवकों के परिजन शव लेने के लिए ग्राम प्रधान और दो स्थानीय सरकारी अधिकारियों के साथ सड़क मार्ग से काठमांडू (Kathmandu) के लिए रवाना हो गए हैं. शव मंगलवार को पोखरा से काठमांडू पहुंचेंगे. इसके बाद उनकी पहचान सुनिश्चित करने की प्रक्रिया शुरू होगी. यदि भौतिक पहचान संभव नहीं हुई, तो डीएनए नमूना लिया जाएगा और परिवार के सदस्यों के साथ मिलान किया जाएगा.
शवों की पहचान हो जाने के बाद उन्हें सड़क मार्ग से भारत भेजा जाएगा. उनके बुधवार या गुरुवार को पहुंचने की उम्मीद है. इस बीच स्थानीय युवकों के निधन पर शोक जताने के लिए अलावलपुर चट्टी में दुकानें बंद रहीं. स्थानीय निवासियों और कुछ नेताओं ने शवों को नेपाल से वापस लाने और पीड़ित परिवारों को वित्तीय और अन्य आवश्यक सहायता देने के लिए प्रशासन से मदद की मांग करते हुए एक जुलूस निकाला. अधिकारियों द्वारा शवों को वापस लाने के लिए आवश्यक व्यवस्था के बारे में आश्वासन देने के बाद उन्होंने अपना विरोध समाप्त कर दिया.
पीड़ित परिवार के संपर्क में हैं जिलाधिकारी
गाजीपुर के जिलाधिकारी अरयाका अखौरी ने कहा कि हम विमान हादसे में मारे गए सोनू जायसवाल, अनिल राजभर, विशाल शर्मा और अभिषेक कुशवाहा के परिवारों से संपर्क में हैं. सोनू के पिता राजेंद्र जायसवाल, अनिल के पिता रामदशरथ राजभर, विशाल के भाई विश्वजीत और अभिषेक के भाई अभिनेश को सड़क मार्ग से काठमांडू भेजा गया है. उनके साथ चक जैनब गांव के मुखिया विजय जायसवाल, एक नायब तहसीलदार और एक राजस्व निरीक्षक को भी भेजा गया है.
सबसे पहले की जाएगी शवों की पहचान
अधिकारी ने कहा कि वे मंगलवार को काठमांडू पहुंचेंगे. सबसे पहले वे शवों की पहचान करेंगे, अगर यह संभव नहीं हुआ तो पार्थिव शरीर और वहां पहुंचने वाले परिजनों के डीएनए नमूनों का मिलान किया जाएगा, इसके बाद शवों को सौंप दिया जाएगा. संभागीय आयुक्त कौशल राज शर्मा ने कहा कि नेपाल सीमा से पार्थिव शरीर को पीड़ितों के घर तक लाने के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था राज्य सरकार द्वारा की जाएगी. उन्होंने कहा कि विदेश मंत्रालय के अधिकारियों के साथ हुई बातचीत के अनुसार शव पोखरा में हैं. मंगलवार सुबह तक पोस्टमॉर्टम सहित औपचारिकताओं के लिए उन्हें काठमांडू भेजे जाने की संभावना है. जिलाधिकारी गाजीपुर ने बताया कि परिवारों को मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष एवं पारिवारिक लाभ योजना से आर्थिक सहायता सुनिश्चित करने के लिए परिवारों की स्थिति की रिपोर्ट तैयार कर ली गयी है.
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