Ghazipur News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के गाजीपुर (Ghazipur) के रेवतीपुर थाना में 25 हजार का इनामी बदमाश पिछले 22 सालों से फरार चल रहा था, जिसे रेवतीपुर पुलिस ने गांजा तस्करी के आरोप में गिरफ्तार कर मीडिया के सामने पेश किया. इस दौरान हत्यारोपी रामदुलार ने स्वयं के द्वारा किये गये जुर्म के संबंध में कई सनसनीखेज खुलासे किए. पुलिस की गिरफ्त में आए रामदुलार से पुलिस ने जब पूछताछ की तो उसने हत्या के राज से पर्दा उठाया. जिसके बाद पुलिस आरोपी के खिलाफ आवश्यक अग्रिम विधिक की कार्रवाई में जुट गई है.


हत्यारोपी रामदुलार ने लगभग 22 साल पहले हुई हत्या के मामले को लेकर बताया कि उसके भाई की हत्या कर दी गई थी और हत्यारे उसके भी पीछे पड़े हुए थे और फिर उसने चाकू मारकर उसकी हत्या कर दी, जिसके बाद से वह फरार चल रहा था. इस दौरान उसके गांव के लोगों ने भी उसे मृत मान लिया था.


क्या है पूरा मामला?
इस संबंध में गाजीपुर पुलिस अधीक्षक ओम वीर सिंह ने बताया कि रेवतीपुर थाना क्षेत्र के 25 हजार का इनामी रामदुलार राजभर, जो त्रिलोकपुर गांव का रहने वाला था और करीब 22 साल पहले जातीय संघर्ष हुआ था. इसी संघर्ष में तहसीलदार सिंह पुत्र रामायण सिंह की हत्या की गई थी जिसके संबंध में थाना दिलदारनगर में मुकदमा दर्ज हुआ था और उसी मुकदमे के मामले में पिछले 22- 23 सालों से रामदुलार राजभर फरार चल रहा था जो कैमूर इलाके में छुप रहता था और वहां पर इनलीगल रूप से नारकोटिक्स का धंधा करता था. उन्होंने आरोपी के गिरफ्तारी के संबंध में बताया कि हत्यारोपी रामदुलार राजभर को मुखबिर की सूचना पर थानाध्यक्ष रेवतीपुर ने गिरफ्तार किया. मामले में आरोपी के खिलाफ आवश्यक अग्रिम विधिक कार्रवाई की जा रही है.


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