Ghazipur Rice Mill: पूरे प्रदेश में 1 नवंबर से धान की खरीदारी शुरू हो जाएगी और इसके बाद उन धान को कूटने की जिम्मेदारी जनपद के अंतर्गत चलने वाले राइस मिलों की होती है. ऐसे में प्रशासन के द्वारा उन मिल को धान की कुटाई का निर्देश दिया जाता है, जो प्रदूषण सहित अन्य सभी मानकों को पूरा करता हो. ऐसे में जनपद में करीब 50 से ऊपर राइस मिल का संचालन हो रहा है, उन्हीं में से एक मोहम्मदाबाद तहसील के इचौली गांव में संचालित होने वाला शिव शक्ति राइस मिल है. इसके खिलाफ गांव वालों के द्वारा प्रदूषण के मानक के अनदेखी कर संचालन करने के साथ ही आबादी में संचालन करने का आरोप लगाया गया है और इसको लेकर लगातार एसडीएम कार्यालय से लेकर तहसील दिवस में भी पत्र दिया गया है.


ग्रामीणों के किए गए शिकायत पर जब मीडिया की टीम इचौली गांव के उक्त राइस मिल पर पहुंची तो यहां पर राइस मिल के आसपास के रहने वाले लोगों से मुलाकात हुई और उन सभी लोगों ने पूर्व में किए गए शिकायत को चुनावी रंजीश बताया. क्योंकि ग्राम प्रधान के चुनाव में राइस मिल के मालिक ने शिकायत करने वाले के परिवार से चुनाव लड़ने वालों का सपोर्ट नहीं किया था. जिसको लेकर लगातार राइस मिल और उनके प्रोपराइटर के खिलाफ लगातार शिकायत किया जा रहा है. उन लोगों का कहना है कि उनके घर के बगल में ही राइस मिल है लेकिन आज तक उन लोगों को कोई शिकायत नहीं है. यहां तक की इसी राइस मिल के सटे एक डिजिटल लाइब्रेरी का भी संचालन करता है, जिसके लिए शांत वातावरण भी चाहिए और उसे भी इस राइस मिल से कोई प्रॉब्लम नहीं है.


वहीं राइस मिल के मालिक किशन गुप्ता ने बताया कि प्रदूषण को लेकर ग्रामीणों ने शिकायत किया था जिसको लेकर उन्हें नोटिस प्राप्त हुआ था. उन्होंने कहा कि नोटिस में जो भी अहर्ता मांगी गई थी उसे पूरा करते हुए 12 अक्टूबर को उन्होंने पर्यावरण निदेशालय को अपना जवाब भेज दिया है. इस पर जिलाधिकारी ने बताया कि राइस मिल के द्वारा जो भी जवाब प्रदूषण निदेशालय को दिया गया है उसकी जानकारी लेकर आगे की कार्रवाई की जाएगी.


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