Ghazipur News: गाजीपुर में गाड़ी संख्या 12561 स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस को डीरेल करने का प्रयास किया गया. लेकिन संयोग रहा कि ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त होने से बच गयी. घटना 16 सितंबर सुबह(भोर) की है.मामले में रेलवे की ओर से सदर कोतवाली में अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज करायी गयी है. दर्ज एफआईआर में कहा गया है कि 16 सितंबर को गाड़ी संख्या 12561 अप स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस जब गाजीपुर घाट रेलवे स्टेशन से गाजीपुर सिटी रेलवे स्टेशन की ओर आ रही थी कि जमानियां रेलवे ओवर ब्रिज के पास 126/31-33 के मध्य गाड़ी के चालक ने रेलवे लाइन के बीच एक खड़ा लकड़ी का टुकड़ा देखा था.


उस समय ट्रेन की रफ्तार 100 किमी/प्रतिघन्टे थी और एमरजेंसी ब्रेक लगाने के बाद भी लकड़ी का टुकड़ा ट्रेन के इंजन से टकरा गया. वहीं रगड़ खाते हुए 400 मीटर आगे तक गया. इसकी वजह से 6 पेंड्रोल क्लिप अलग-अलग जगह पर निकल गये और इंजन के मेन ट्रांसफार्मर का आयल हैवी लीकेज की वजह से बह गया. इसके अलावा कोच संख्या 196049/C/ER का पावर कार बीपी का पाइप फेरुल जॉइंट से निकल गया. इसके बाद इंजन ने काम करना बंद कर दिया और ट्रेन घटना स्थल से 150 मीटर आगे जाकर 2 घण्टे 25 मिनट खड़ी रही. बाद में दूसरा इंजन मंगाकर ट्रेन को आगे रवाना किया गया.


क्या बोले एसपी सिटी
एसपी सिटी ज्ञानेंद्र ने बताया कि आरपीएफ और जीआरपी के साथ वो घटना स्थल पर गये थे. उन्होंने बताया कि लकड़ी एक गुटका रेल पटरी के बीच रखा गया था. जिसकी वजह से ट्रेन का इंजन फेल हो गया था और स्वतंत्रता सेनानी रुक गयी थी. रेलवे के जेई की तहरीर पर सदर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और लकड़ी का गुटका वहां कैसे पहुचा इसकी जांच की जा रही है. 


जांच के लिए टीम गठित
वहीं कुछ दिनों पूर्व रेलवे पटरी पर पत्थर रखे जाने और उस मामले में तीन आरोपियों की गिरफ्तारी पर उन्होंने बताया कि हम कई टीमें गठित करके मामले की तह तक जाने का प्रयास कर रहे हैं. बता दें कुछ दिनों पूर्व रेलवे पटरी पर करीब 3 मीटर तक कुछ लोगों ने पत्थर रख दिया था. जिससे बड़ी दुर्घटना हो सकती थी. लेकिन उस दिन भी संयोग अच्छा रहा कि वहां से गुजर रही पैसेंजर गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त होने से बच गयी थी. लेकिन आज की घटना से इतना तो साफ है कि गाजीपुर में कुछ अराजक तत्व रेलों को डीरेल करने का प्रयास कर रहे हैं.


(गाजीपुर से आशुतोष त्रिपाठी की रिपोर्ट)


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