Uttar Pradesh News: परिषदीय विद्यालयों (Uttar Pradesh Government Schools) के अधिकारी पहले निजी विद्यालयों के दबाव में हाथ पर हाथ धरे बैठे रहते थे. इसके चलते परिषदीय विद्यालयों की गुणवत्ता घटती गई और निजी विद्यालय लगातार उन्नति करते गए लेकिन अब बेसिक शिक्षा परिषद ( UP Basic Education Council) ने निजी विद्यालयों से दो-दो हाथ करने का मन बना लिया है. परिषद ने बिगड़ी हुई व्यवस्था को सुधारने के लिए लगातार कमर कस लिया है जिसका नजारा इन दिनों उत्तर प्रदेश के गाजीपुर (Ghazipur) में देखने को मिला. 


23 शिक्षकों का कटा वेतन 
2 दिनों में बेसिक शिक्षा अधिकारी (Basic Education Officer) के साथ ही उनके मातहत अधिकारियों ने जनपद के 209 विद्यालयों का आकस्मिक निरीक्षण कर कुल 23 शिक्षकों को अनुपस्थित पाते हुए उनका 1 दिन का वेतन काटने का निर्देश दे दिया है. परिषदीय विद्यालय स्मार्ट क्लास में भी निजी विद्यालयों से दो-दो हाथ करने को तैयार हैं. इस बात की जानकारी बेसिक शिक्षा अधिकारी ने दी.


शिक्षा अधिकारी ने किया निरीक्षण
जनपद गाजीपुर के बेसिक शिक्षा अधिकारी हेमंत राव इन दिनों कार्रवाई के मूड में हैं जिसके चलते जहां 2 दिन पूर्व रेवतीपुर ब्लाक के कई विद्यालयों का निरीक्षण किया और मिड डे मील की गुणवत्ता को खुद परखा था. वहीं बुधवार और गुरुवार को बाराचावर और बिरनो ब्लॉक के 209 विद्यालयों का अपने अधिकारियों की टीम के द्वारा निरीक्षण कर शिक्षकों में हड़कंप पैदा कर दिया.


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शिक्षा अधिकारी ने क्या बताया
बेसिक शिक्षा अधिकारी हेमंत राव ने बताया कि उन्होंने सुबह अचानक अपने अधिकारियों को बिरनो ब्लाक के सभी विद्यालयों का निरीक्षण करने का निर्देश दिए और खुद भी निकल पड़े जिसमें एक विद्यालय बंद मिला. वहीं निरीक्षण में दो प्रिंसिपल, 8 सहायक अध्यापक और 2 शिक्षामित्र अनुपस्थित मिले. 1 दिन पूर्व बाराचवर ब्लॉक में स्कूलों के निरीक्षण के दौरान दो प्रिंसिपल, 2 सहायक अध्यापक और 7 शिक्षामित्र अनुपस्थित मिले थे जिनका 1 दिन का वेतन काटते हुए सभी से स्पष्टीकरण मांगा गया है.


जुड़ रहे आधुनिक शिक्षा पद्धति से 
इस दौरान बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बताया कि वे बाराचवर ब्लॉक के गोसलपुर कमपोजिट विद्यालय का निरीक्षण करने पहुंचे. वहां के छात्र पूरी तरह ड्रेस में मिले और छात्रों ने खुद स्मार्ट क्लास में दिशा ऐप के माध्यम से क्यूआर कोड को स्कैन कर स्मार्ट टीवी से कनेक्ट किया जिससे वहां के छात्रों की पढ़ाई हो रही थी. उन्होंने बताया कि परिषदीय विद्यालय के छात्रों द्वारा आज के टेक्नोलॉजी से जुड़ना यह संदेश दे रहा है कि आने वाले समय में परिषदीय विद्यालय गुणवत्ता के मामले में निजी विद्यालयों से भी आगे जाएंगे क्योंकि अब परिषदीय विद्यालय आधुनिक शिक्षा पद्धति से जुड़कर जमाने के साथ कदम मिलाकर चल रहे हैं.


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