Ghazipur News: सर्व शिक्षा अभियान के तहत सभी पढ़ें सभी बढें योजना के तहत शिक्षा सभी के लिए अनिवार्य कर दी गई है. इसी को लेकर उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के गाजीपुर (Ghazipur) ने बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा पिछले दिनों स्कूल चलो अभियान चलाकर रिकॉर्ड एडमिशन कराकर प्रदेश में चौथा स्थान हासिल किया. 16 जून से नया शैक्षिक सत्र भी आरंभ हो चुका है लेकिन अभी तक गाजीपुर जनपद के किसी भी विद्यालय के छात्रों को किताबें नहीं वितरित की गईं हैं. इसकी वजह से छात्रों का भविष्य अंधेरे में है.
नहीं वितरित की गईं किताबें
गाजीपुर जिले में मौजूदा समय में बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा 2,269 परिषदीय विद्यालयों का संचालन किया जा रहा है. इन विद्यालयों में मौजूदा समय में 3,56,000 छात्र शिक्षा ले रहे हैं. 16 जून से नया शिक्षा सत्र भी शुरू कर दिया गया है. विद्यालय आरंभ हो चुके हैं और छात्रों का विद्यालयों में आने का क्रम जारी है. ऐसे में अगर हम परिषदीय विद्यालयों की बात करें तो जनपद के किसी भी परिषदीय विद्यालय में अभी तक नए छात्रों के लिए किताबें वितरित नहीं की गई हैं.
बिना किताबों के पढ़ रहे बच्चे
किताबें नहीं मिलने की वजह से छात्रों को बिना किताबों के ही अपनी पढ़ाई करनी पड़ रही है. इस संबंध में बाराचवर ब्लॉक में उतरांव गांव के प्राथमिक विद्यालय में एबीपी गंगा की टीम पहुंची और वहां के छात्रों और प्रधानाचार्य से छात्रों को मिलने वाली किताबों के संबंध में बातचीत की तो इन सभी लोगों ने बताया कि उन्हें इस सत्र में अभी तक किताब नहीं मिली है. हालांकि प्रधानाचार्य ने बताया कि पुराने छात्रों की किताबें ले ली गईं थीं और उन्हीं छात्रों की किताबों से इन छात्रों को पढ़ाया जा रहा है.
बेसिक शिक्षा अधिकारी ने क्या कहा
वहीं इस संबंध में गाजीपुर के बेसिक शिक्षा अधिकारी हेमंत राव से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि, इस सत्र में अभी शासन स्तर से किताबें नहीं मिली हैं और उसके लिए डिमांड की गई है. वहीं पुराने सत्र के छात्रों से किताबें ले ली गईं थीं और उन्ही किताबों से छात्रों की पढ़ाई कराई जा रही है. जल्द ही जुलाई महीने के लास्ट तक छात्रों को किताबें उपलब्ध करा दी जाएंगी.