Uttar Pradesh News: आजादी का अमृत महोत्सव (Azadi Ka Amrit Mahotsav) में इन दिनों पूरा देश सराबोर है. इसी को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार के आयुष राज्य मंत्री दयाशंकर मिश्र उर्फ दयालु (Minister Dayashankar Mishra) अपने गृह जनपद गाजीपुर (Ghazipur) के सिधौना में आयोजित तिरंगा यात्रा (Tiranga yatra) में शामिल होने के लिए पहुंचे जहां वे तिरंगा यात्रा में शामिल हुए. इसके साथ ही उन्होंने क्षेत्र के स्वतंत्रता सेनानी और पत्रकारों को इस महोत्सव में सम्मानित किया. इस दौरान उन्होंने बातचीत में बताया कि पूरा देश एक महोत्सव में झूम रहा है. क्या शहर और क्या गांव हर तरफ एक ही नजारा दिख रहा था. हर घर झंडा अभियान आजादी के 75 वर्ष होने पर शहीदों को याद करने के लिए हर घर तक तिरंगे को पहुंचाने का जो लक्ष्य प्रदेश सरकार ने दिया है वह लक्ष्य पूरा होता नजर आ रहा है.
ओम प्रकाश राजभर पर क्या कहा
ओमप्रकाश राजभर के द्वारा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने के लिए ट्वीट करने को लेकर राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं इस पर आयुष राज्य मंत्री ने कहा कि ओमप्रकाश राजभर भी एक जनप्रतिनिधि हैं और अपने मुखिया से मिलकर अपनी बात रखने का अधिकार है. उनके बेटे भी राजनीति में है और वह केंद्र में भी मिल चुके हैं, इसका मतलब है कि वे कहीं ना कहीं से दुखी हैं. राष्ट्रपति चुनाव में बीजेपी का साथ दिया है. यह निश्चित रूप से स्वागत योग्य कदम था. मिलने मिलाने का और अपने मुखिया से अपनी बात कहने का लोकतंत्र में सबका अधिकार है. विपक्ष में है तब भी और जब हमारे साथ में भी होंगे तब भी उनका अधिकार रहेगा.
नीतीश कुमार पर क्या कहा
महागठबंधन द्वारा नीतीश कुमार को पीएम पद का चेहरा बनाकर पेश किया जा रहा है इस पर उन्होंने कहा कि कोई भी कुछ कर ले राष्ट्रपति चुनाव में भी आप देख चुके हैं. विपक्ष के पास सिर्फ पानी पीटने के अलावा और कोई काम नहीं बचा है. उनको भी राजनीति में जिंदा रहना है तो संघर्ष जारी रहेगा, आज उनका नाम आया है कल किसी और का नाम आएगा,यह बिखरा हुआ विपक्ष है. यो लोग समय-समय पर शतरंज की गोटी बिछाते रहते हैं.
तिरंगे पर क्या कहा
ओमप्रकाश राजभर द्वारा 15 अगस्त के बाद सावधान यात्रा निकालने के सवाल पर उन्होंने कहा कि बीजेपी ने कैसे देश को तिरंगे से जोड़ दिया आज देश का बच्चा-बच्चा जिस रास्ते से जा रहा है उस रास्ते पर तिरंगा दिख रहा है. भारत माता की जय और वंदे मातरम का गायन हो रहा है. आजादी मिले भले ही हमें 75 साल हो गए लेकिन राष्ट्रवाद कहीं गुम था, वह फिर से 75 साल बाद दिखाई दे रहा है. कश्मीर से कन्याकुमारी की बात करें तो देश का भला ही हिस्सा रहा हो लेकिन वहां पर जो दूसरा झंडा फहराया जाता था आज देश दावे के साथ यह बात कर सकता है. आज आजाद भारत में एक ही ध्वज है एक ही तिरंगा है.
बिहार में राजनीतिक उथल-पुथल से आगामी लोकसभा के चुनाव पर कितना असर पड़ेगा इस पर मंत्री ने कहा कि, उन्होंने कहा कि यह सब सत्ता का एक खेल है. नीतीश कुमार कितने दिनों तक हमारे साथ थे अब उनको अपना क्या भविष्य दिख, हो सकता है कि वह जिंदगी की आखिरी पारी खेलने के लिए ख्वाब देख रहे हों इसलिए इतना बड़ा जुआ खेला है.
राजभर की बातों को गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं-मंत्री
बलिया में ओमप्रकाश राजभर के द्वारा दिया गया बयान कि नीतीश तेजस्वी और कांग्रेस किसी से डरने वाले नहीं हैं और हरियाणा में कुछ बड़ा होने वाला है डरने की कोई बात नहीं है पर उन्होंने कहा कि कोई दिन ऐसा नहीं जब वह कुछ नया नया नहीं बोलते हों. उनकी बातों का मायने लगाने वाले बहुत सारे लोग हैं. इस तरह की बातें बोलना उनकी मजबूरी है क्योंकि वह भी एक राजनीतिक दल चलाते हैं. कुछ न कुछ कहना और कुछ ना कुछ सुनना राजनीति का रिवाज है. हम लोग नहीं समझते कि उनकी बातों को गंभीरता से लेने की जरूरत है.