Ghosi By Election 2023 Results Date: उत्तर प्रदेश के मऊ की घोसी विधानसभा सीट पर 5 सितंबर को शांतिपूर्व मतदान संपन्न हो गया. यहां बीजेपी (BJP) और सपा (SP) के बीच कड़ा मुकाबला है. दोनों ही पक्षों की ओर से जीत के दावे किए जा रहे हैं, इस सपा प्रत्याशी सुधाकर सिंह (Sudhakar Singh) ने प्रशासन पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि प्रशासन की वजह से दस फीसद तक मतदान कम हुआ, अगर अब भी सही तरीके से गणना हो जाती है तो सपा 50 हजार वोटों के अंतर से जीत रही है.
मतदान संपन्न होने के बाद सपा प्रत्याशी सुधाकर सिंह एक बार फिर अपने पुराने अंदाज में नजर आए. सपा प्रत्याशी ने कहा कि घोसी की जनता ने तो पहले से ही चुनाव परिणाम दे दिया है. जनता हमारे साथ है. इस दौरान उन्होंने वोटिंग के दौरान प्रशासन की भूमिका पर भी गंभीर सवाल उठाए और कहा कि वोटिंग के दौरान प्रशासन खुद ही पार्टी बन गया था और मतदाताओं से वोट मांग रहा था, उन्होंने कहा कि प्रशासन ने काफी परेशान किया, जिसकी वजह से उन्हें यहां से वहां भागना पड़ा. चोरों को पकड़ने वाला ही चोरी करने लगे तो कैसे काम होगा.
प्रशासन पर लगाए गंभीर आरोप
सपा नेता यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा कि प्रशासन की दखलअंदाजी की वजह से घोसी में मतदान भी काफी कम हुआ. पुलिस प्रशासन की वजह से कम से कम दस फीसद मतदान कम हुआ नहीं तो 60 फीसद तक मतदान होता. इसके साथ ही उन्होंने ये भी दावा किया है कि अगर अब भी सही तरीके से वोटों की गिनती हो जाती है तो सपा की जीत तय है.
सपा-बीजेपी के बीच कड़ा मुकाबला
घोसी में सपा और बीजेपी के बीच कड़ा मुकाबला था. ये सीट दोनों पक्षों के लिए नाक की लड़ाई थी, इसलिए दोनों तरफ से तमाम बड़े नेता चुनाव प्रचार के लिए मैदान में उतरे, समाजवादी पार्टी की ओर से प्रोफेसर राम गोपाल यादव, शिवपाल यादव ने कई दिनों तक यहां डेरा डाले रखा. वो लगातार चुनाव पर नजर बनाए हुए थे, वहीं खुद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव जो कभी उपचुनाव में प्रचार नहीं करते थे वो खुद भी जमीन पर दिखाई दिए. उन्होंने सुधाकर सिंह के समर्थन में जनसभा भी की.
घोसी उपचुनाव के नतीजे 8 सितंबर को आएंगे. बीजेपी और सपा दोनों अपनी जीत के दावे कर रही है, देखना दिलचस्प होगा कि इस जंग में किसकी जीत होती है.