Ghosi Bypoll: 'बीजेपी नेता के कहने पर फेंकी दारा सिंह चौहान पर स्याही', सरेंडर के बाद आरोपी का बड़ा दावा
Ghosi Bypoll 2023: रविवार को घोसी उपचुनाव में प्रचार के लिए पहुंचे बीजेपी उम्मीदवार दारा सिंह चौहान पर स्याही फेंकने वाले युवक ने सरेंडर कर दिया है. आरोपी ने बताया कि उसने क्यों स्याही फेंकी.
Dara Singh Chauhan Ink Attack: यूपी की घोसी विधानसभा सीट (Ghosi Bypoll) पर होने वाले उपचुनाव में बीजेपी प्रत्याशी दारा सिंह चौहान (Dara Singh Chauhan) पर स्याही फेंकने वाले युवक ने सरेंडर कर दिया है. पत्रकारों से बातचीत में युवक ने बताया कि उसने बीजेपी (BJP) नेता पर ही गंभीर आरोप लगाए और कहा कि उसने बीजेपी नेता के ही कहने पर दारा सिंह चौहान पर स्याही फेंकी थी, जिसके बाद वो घटना स्थल पर फरार हो गया था, तभी से पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई थी.
आरोपी युवक का नाम मोनू यादव उर्फ डायमंड है. इस युवक ने कोपागंज थाने में जाकर सरेंडर कर दिया है. घटना के बाद से ही पुलिस लगातार उसकी तलाश में दबिश दे रही थी, जिसके बाद आरोपी युवक मोनू यादव ने खुद ही कोपागंज खाने में जाकर सरेंडर कर दिया. इस दौरान उसने बड़ी बात कही और कहा कि किसी बीजेपी नेता के कहने पर ही उसने दारा सिंह चौहान पर स्याही फेंकी थी.
दारा सिंह चौहान पर फेंकी स्याही
दरअसल रविवार को बीजेपी उम्मीदवार दारा सिंह चौहान थाना सराय लखांशी क्षेत्र के अदरी गांव के पास प्रचार के लिए पहुंचे थे, कार से उतरते ही बीजेपी कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया, इसी एक युवक तेजी से उनकी ओर बढ़ा और उन पर स्याही फेंक दी. इस दौरान स्याही दारा सिंह चौहान की आंखों में भी चली गई, जिसके बाद वहां अफरा तफरी का माहौल हो गया. उनकी सुरक्षा में तैनात गार्ड आरोपी की ओर बढ़े लेकिन भीड़ होने की वजह से आरोपी मौके से फरार हो गया. इस दौरान स्याही से आसपास के लोगों के कपड़े भी खराब हो गए.
अखिलेश यादव का पलटवार
स्याही फेंके जाने पर दारा सिंह चौहान ने समाजवादी पार्टी पर हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि घोसी उपचुनाव में सभी के सारे समीकरण ध्वस्त हो चुके हैं. हमें हर धर्म का व्यापक समर्थन मिल रहा है. भारी मतों से बीजेपी जीतने जा रही है. इसी बात से हताश और निराश होकर विरोधी इस तरह का काम कर रहा है. वहीं सपा नेता अखिलेश यादव ने पलटवार करते हुए कहा कि "अपने ने ही अपनों पर दाग लगाया… इंक काण्ड में हर बार दोषी पकड़ा गया पर ये वाला हाथ क्यों नहीं आया? हारती हुई भाजपा सहानुभूति पाकर घोसी उपचुनाव जीतना चाहती है. ये खेल अब पुराना हो गया है, अब जनता सब समझती है.