UP Bypoll 2023: उत्तर प्रदेश के मऊ (Mau) जिले के घोसी विधानसभा सीट (Ghosi Assembly Seat) पर होने वाले उपचुनाव के लिए बीजेपी (BJP) के साथ-साथ समाजवादी पार्टी (SP) ने भी ताकत झोंक दी है. घोसी उपचुनाव के लिए सपा ने सुधारकर सिंह को मैदान में उतारा है. वहीं बीजेपी की ओर से दारा सिंह चौहान (Dara Singh Chauhan) को टिकट दिया गया है. यह सीट 2024 के लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) से पहले दोनों ही दलों के लिए अहम है. यही वजह है कि बीजेपी और सपा, दोनों ही इस सीट को जीतने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती.
साथ ही दोनों पार्टी के नेता घोसी की जनता को लेकर यह दावा कर रही है कि वह उनके साथ है. इसी कड़ी में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी प्रत्याशी सुधाकर सिंह को लेकर सोशल मीडिया साइट 'एक्स' पर एक पोस्ट किया है. अखिलेश यादव ने इस पोस्ट में दावा किया है कि घोसी फिर एक बार साइकिल के साथ है. उन्होंने ट्वीट किया, "सपा के उम्मीदवार सुधाकर करेंगे सुधार, घोसी फिर एक बार साइकिल के साथ."
घोसी से विधायक रह चुके हैं सुधाकर सिंह
गौरतलब है कि सपा के विधायक दारा सिंह चौहान के पाला बदलकर बीजेपी में जाने के बाद इस सीट पर उपचुनाव हो रहा है. सपा ने एक बार फिर यहां से 2012 में विधायक रहे सुधाकर सिंह पर दांव लगाया है. दरअसल 2022 में सपा ने बीजेपी छोड़ कर आए दारा सिंह चौहान को घोसी सीट से अपना उम्मीदवार बनाया था. वह चुनाव जीत गए, लेकिन ज्यादा दिन सपा में नहीं टिके. वह सपा से इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल हो गए. उन्होंने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था. उनके इस्तीफे से खाली घोसी सीट पर पांच सितंबर को उपचुनाव होगा.
2017 में बीजेपी के फागू चौहान को मिली थी जीत
चुनावी आंकड़ों की मानें तो सपा नेता सुधाकर सिंह पहले भी दो बार विधायक रह चुके हैं. वह 1996 में नत्थूपुर विधानसभा से विधायक चुने गए थे. 2012 में परिसीमन के बाद नत्थूपुर विधानसभा सीट का नाम घोसी कर दिया गया. साल 2012 में हुए विधानसभा चुनाव में घोसी सीट से सुधाकर सिंह एक बार फिर विधायक बने. इसके बाद 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में घोसी सीट से सुधाकर सिंह चुनावी मैदान में उतरे थे, लेकिन उन्हें बीजेपी के फागू चौहान ने हरा दिया था.
सपा ने काट दिया था 2022 के चुनाव में सुधाकर सिंह का टिकट
2019 में फागू चौहान को बिहार का राज्यपाल बनाया गया तो घोसी विधानसभा सीट खाली हो गई और यहां उपचुनाव हुए. इस उपचुनाव में सुधाकर सिंह को सपा ने अपना प्रत्याशी बनाया था, लेकिन तकनीकी दिक्कतों के कारण सिंबल नहीं मिला, जिसके बाद वह निर्दलीय उम्मीदवार बने. हालांकि, बीजेपी के विजय राजभर से हार गए. 2022 के विधानसभा चुनाव के दौरान सुधाकर सिंह को सपा ने घोसी सीट की जगह मधुबन सीट से उतारा, लेकिन बाद में उनका टिकट काटकर उमेश चंद पांडेय को प्रत्याशी बनाया गया. अब एक बार फिर सपा ने उनपर भरोसा कर 2023 में अपना उम्मीदवार बनाया है.