छोरी ने दी छोरे को पटखनी तो अखाड़े में मच गई सनसनी, लगे अंशिका-अंशिका के नारे
अंशिका ने खलीफा के कान में कुछ कहा तो खलीफा चौंक गया और उसके बाद खलीफा ने अनाउंसमेंट करते हुए कहा कि यहां है कोई लड़का अंडर-15 में जो अंशिका से कुश्ती लड़ सके। यह सुनकर वहां बैठे लोगों के अलावा पहलवान एक-दूसरे की ओर देखने लगे।
बागपत, एबीपी गंगा। यूं तो अखाड़े पर दर्शकों की भीड़ थी, तालियों की गड़गड़ाहट भी सुनाई दे रही थी। लंगोट कसे पहलवान जोर आजमाइश कर रहे थे। अखाड़े पर दांव-पेंच के बीच खलीफा इधर-उधर दौड़ रहे थे। निर्णायकों की टकटकी कुश्ती लड़ते पहलवानों पर थी। ईरान का पहलवान आकर्षण का केंद्र बना था। यानी वो तमाम चीजें थीं जो एक बड़े दंगल में होनी चाहिए।
लेकिन यहां एक कुश्ती ऐसी भी हुई जिसने 30 सेकेंड में ही सनसनी फैला दी। यह कुश्ती अंशिका खोखर ने पहलवान हर्ष के साथ लड़ी। अंशिका ने हर्ष को ऐसी पटखनी दी कि मैदान दर्शकों की तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। कुश्ती ने अखाड़े पर जो हुए उसने गीता फोगाट और बबीता फोगाट पर बनी दंगल फिल्म की यादें ताजा कर दीं।
दरअसल, बागपत के बड़ौत शहर में विशाल महिला एवं पुरुष कुश्ती दंगल का आयोजन किया गया था, जिसमें सबसे बड़ा इनाम ढाई लाख रुपए रखा गया था। अखाड़े पर महिला और पुरुष अपनी-अपने भार वर्ग में कुश्ती लड़ रहे थे। 17 कुश्तियां होने के बाद खलीफा ने घोषड़ा कर अंशिका खोखर को अखाड़े में बुलाया। अंशिका ने खलीफा के कान में कुछ कहा तो खलीफा चौंक गया और उसके बाद खलीफा ने अनाउंसमेंट करते हुए कहा कि यहां है कोई लड़का अंडर-15 में जो अंशिका से कुश्ती लड़ सके। यह सुनकर वहां बैठे लोगों के अलावा पहलवान एक-दूसरे की ओर देखने लगे।
दर्शकों की भीड़ से एक आवाज आई कि मैं अंशिका से कुश्ती लडूंगा। चंद ही सेकेंड बाद बड़ौत का पहलवान हर्ष अखाड़े पर पहुंचा और अंशिका की चुनौती स्वीकार की। खलीफा ने दोनों के हाथ मिलवाए तो दोनों के बीच मुकाबला शुरू हो गया। दर्शक दोनों के मुकाबले को देखने लगे। तकरीबन 30 सेकेंड के मुकाबले में अंशिका ने कलाजंग दांव से हर्ष को चित कर कुश्ती जीत ली।
अंशिका ने लोगों की ओर हाथ हिलाते हुए मुकाबला जीतने का इशारा किया। यह देख मैदान दर्शकों की तालियों से गूंज उठा। मैदान पर अंशिका-अंशिका होने लगी। खलीफा ने अंशिका की जीत का अनाउंसमेंट किया। उसके बाद अंशिका भीड़ के बीच चली गई। दंगल के आयोजक एशिया चैंपयिन सुभाष पहलवान ने बताया कि अंशिका और हर्ष के बीच की कुश्ती दिलचस्प रही है। अंशिका हौसले वाली लड़की है जो रेसलिंग में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नाम रोशन करेगी।
अंशिका की उपलब्धि
अंशिका के कोच कृष्णपाल खलीफा ने बताया कि छपरौली क्षेत्र के हलालपुर गांव की रहने वाली अंशिका ने वर्ष 2017 में व्यायामशाला में कुश्ती का अभ्यास शुरू किया। पहले ही साल उसने मेरठ स्टेडियम में खेल कूद निदेशालय की ओर से प्रदेश स्तरीय आमंत्रण कुश्ती प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक, वर्ष 2018 में बागपत के डगरपुर गांव में स्टेट कुश्ती चैंपियनिशप में रजत और इस साल मेरठ यूनर्वसिटी में हुई स्टेट कुश्ती चैंपियनशिप में भी 42 किलो र वर्ग में रजत पदक जीता था। अंशिका कक्षा नौ में पढ़ती है। पिता ब्रहमपाल खोखर किसान हैं।