Lucknow News : ग्लोबल इन्वेस्टर समिट को लेकर बुधवार को राजधानी लखनऊ (Lucknow) में रोड शो हुआ. लखनऊ के सेंट्रल होटल में आयोजित इस रोड शो के दौरान बड़ी संख्या में उद्योगपति और निवेशक पहुंचे. औद्योगिक विकास विभाग ने बताया कि देश के विभिन्न राज्यों से आए निवेशकों ने उत्तर प्रदेश में 76,867 करोड़ के निवेश का न सिर्फ प्रस्ताव रखा, बल्कि एमओयू भी साइन किया. रोड शो में 79 एमओयू साइन हुए. इस रोड शो के बाद शाम के वक्त सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने मुख्यमंत्री आवास पर निवेशकों और उद्योगपतियों से हाई टी पर मुलाकात की.


औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी और राज्य मंत्री जसवंत सैनी के साथ ही औद्योगिक विकास विभाग के अधिकारियों ने निवेशकों और उद्योगपतियों से संवाद किया. उन्हें बताया कि किस तरह से उत्तर प्रदेश में उद्योग स्थापित करने के लिए सुविधाएं दी जा रही हैं. किस तरह का अनुकूल माहौल सरकार दे रही है. इस दौरान कानून व्यवस्था का भी जिक्र किया गया. रोड शो में जो निवेशक आए, उनमें से टॉप 5 निवेशकों के साथ कार्यक्रम के मंच पर ही एमओयू हस्तांतरित किए गए. रोड शो में दिल्ली, बेंगलुरू, नोएडा, मेरठ, गाजियाबाद, उड़ीसा, कानुपर, शामली, लखनऊ, छतरपुर, मुम्बई से आए निवेशकों ने ऑनलाइन और ऑफलाइन एमओयू पर हस्ताक्षर किया.


ये कंपनियां लगाएंगी अपने ये प्रोजेकट्स, मिलेगा रोजगार
सिटी गोल्ड कॉर्पोरेशन ने उत्तर प्रदेश में सीमेंट और एथेनॉल प्रोजेक्ट स्थापित करने के लिए 26 हजार करोड़ के एमओयू साइन किए. वहीं नेक्सजेन एनर्जिया ने उत्तर प्रदेश में ग्रीन एनर्जी का सेटअप स्थापित करने के लिए 15,000 करोड़ के एमओयू पर हस्ताक्षर किया. हल्दीराम समूह के संजय सिंघानिया ने 1300 करोड़, वरूण बेवरेजेज के कमलेष जैन ने 3400 करोड़, डीएस ग्रुप के एमडी एमएल जायसवाल ने 3000 करोड़, निदान डायग्नोस्टिक सेंटर ने 750 करोड़ के एमओयू पर साइन किया.


इसके अलावा 50 से 500 करोड़ के चार दर्जन से अधिक ऑनलाइन और ऑफलाइन एमओयू साइन हुए. निवेश प्रस्ताव और एमओयू के माध्यम से उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में इंफ्रास्ट्रक्चर, इलेक्ट्रानिक्स, मेटल इंडस्ट्रीज, फूड एंड बेवरेजेज, पेपर, ग्रीन एनर्जी, इस्पात आदि विभिन्न क्षेत्रों में उद्योग स्थापित होंगे. इसके जरिये हजारों लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेंगे.


यूपी में उद्योग क्यों लगाएं, बताने की जरूरत नहीं


मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने कहा कि हाल ही में हमने 16 देशों की 21 सिटी में हमने रोड शो किये. सात लाख करोड़ से अधिक का निवेश ग्लोबली हमें मिला. फिर घरेलू रोड शो हुए तो सीएम योगी खुद मुम्बई गए और पांच लाख करोड़ से अधिक के निवेश प्रस्ताव वहां से मिले. यूपी में 2017 के पहले अपराधी जिले बांट लेते थे. योगी सरकार ने इनको सही जगह पहुंचाया. कुछ को तो इतना दूर भेज दिया कि वहां से आ ही नहीं सकते. जिन अपराधियों को कप्तान से लेकर जिले के अधिकारी सलाम करते थे, आज भागे-भागे फिर रहे हैं. आज यूपी में सबसे अधिक एयरपोर्ट और एक्सप्रेस वे हैं.


गंगा एक्सप्रेस वे और छह अन्य एक्सप्रेस बनने के बाद देश के कुल एक्सप्रेस वे में 50 फीसदी सिर्फ यूपी में होंगे. यूपी में क्यों इंडस्ट्री लगाएं, आज ये बताने की जरूरत नहीं. यूपी 7 राज्यों से जुड़ा हुआ है. एमपी के लोग प्रयागराज आकर अपनी जीविका से संबंधित चीजें ले जाते हैं. चंदौली से बिहार, सोनभद्र से झारखंड जुड़ा है. गोरखपुर से नेपाल जुड़ा है, वहां के लोग यहां तक आते हैं जरूरत का सामान लेने. इस हिसाब से देखें तो यूपी सिर्फ यहां के 24 करोड़ नहीं बल्कि आसपास के राज्य मिलाकर 35 करोड़ लोगों का बाजार है. देश की बेस्ट इंडस्ट्रियल पॉलिसी हमारे पास है. हमने ऐसा कल्चर डेवलप किया है कि आप सिर्फ इंडस्ट्री लगाने का सोचो, हम हाथ पकड़कर जमीन लेने, नक्शा पास कराने से लेकर इंडस्ट्री लगाने तक सब सेवाएं देंगे.


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