Global Tiger Day: देश भर में आज ग्लोबल टाइगर डे मनाया जा रहा है जिसको लेकर इस बार की मेजबानी उत्तराखंड को मिली है. इस बार उत्तराखंड के कॉर्बेट नेशनल पार्क में यह ग्लोबल टाइगर डे मनाया जा रहा है जिसके लिए कॉर्बेट नेशनल पार्क के अधिकारी काफी दिनों से मेहनत कर रहे थे. ग्लोबल टाइगर डे के मौके पर केंद्रीय पर्यावरण राज्यमंत्री अश्विनी चौबे मौजूद रहे. बीजेपी नेता अश्विनी चौबे ने फीता काटकर कॉर्बेट पार्क उत्तराखंड में बड़े बाघों की संख्या बताई.


उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में साल 2018 से 2020 के बीच में हुई टाइगर गणना में 442 बाघ संपूर्ण उत्तराखंड में मौजूद थे. अभी आंकड़ा 560 तक पहुंच चुका है उत्तराखंड में 4 साल में 118 बाघ बढ़े हैं. वहीं कॉर्बेट नेशनल पार्क में 2018-20 में 231 बाघ हुआ करते थे. अब इनकी संख्या 261 हो चुकी है लगभग 30 बाघ कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में इन 4 साल में बढ़े हैं. इन बाघों की बढ़ती संख्या एक और जहां खुशी की बात है तो वहीं चिंता भी पैदा करती है. क्योंकि लगातार बाघों की संख्या बढ़ने से मैन एनिमल कनफ्लिक्ट की घटनाएं भी बढ़ती हैं.


इसको लेकर केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा कि हम अपनी जिम्मेदारी पूरी तरह से निभा रहे हैं और किसी भी हाल में मानव वन्यजीव संघर्ष की घटनाओं को बढ़ने नहीं दिया जाएगा. कॉर्बेट पार्क उत्तराखंड में बड़े बाघों की संख्या को लेकर वन्यजीव प्रेमियों में खुशी की लहर देखी गई. 4 साल में 118 बाघ बढ़ने की सूचना के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी उत्तराखंड वन विभाग को बधाई दी.


आज शनिवार (29 जुलाई) को कार्बेट बाघ अभयारण्य के ढेला रेंज के अंतर्गत स्वालदेह जंगल में शनिवार को एक बाघिन मृत मिली. अभयारण्य के उपनिदेशक दिगंत नायक ने बताया कि बाघिन की उम्र करीब पांच साल थी. उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) के दिशानिर्देशों के तहत बाघिन के शव का पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है और रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की वास्तविक वजह की जानकारी मिल सकेगी.


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