Gonda Crime News: पुलिस कस्टडी में जमीन घोटाले के आरोपी की मौत मामले पर बड़ी कार्रवाई हुई है. गोंडा पुलिस अधीक्षक ने लापरवाही के आरोप में उपनिरीक्षक रजनीश द्विवेदी सहित दो कांस्टेबल को सस्पेंड कर दिया है. जिला अस्पताल में आरोपी की मौत पर वकीलों ने उच्चस्तरीय जांच और पोस्टमार्टम का वीडियोग्राफी कराने की मांग की थी. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक ने लापरवाही के आरोप में बड़ी कार्रवाई की. मृतक राजकुमार लाल श्रीवास्तव पेशे से वकील थे. एसआईटी और क्राइम ब्रांच की जांच में वकील राजकुमार लाल श्रीवास्तव का नाम सामने आया था. जमीन घोटाले में मास्टरमाइंड बृजेश अवस्थी सहित कई वकील सलाखों के पीछे हैं.
जमीन घोटाले के आरोपी की पुलिस कस्टडी में मौत
पुलिस ने साक्ष्य के आधार पर आरोपी वकील राजकुमार लाल श्रीवास्तव को गिरफ्तार किया था. पुलिस कस्टडी में आरोपी वकील की इलाज के दौरान मौत हो गई. बताया जाता है कि संदिग्ध अवस्था में जहर खाने से आरोपी वकील की तबीयत बिगड़ गई थी. आनन फानन इलाज के लिए जिला अस्पताल में आरोपी वकील को भर्ती कराया गया. परिजनों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है. अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जमीन घोटाले में वांछित को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. परसों तबीयत बिगड़ने पर जेल से जिला अस्पताल लाया गया. इलाज के दौरान आरोपी की आज सुबह मौत हो गई. शव का पोस्टमार्टम कराने की प्रक्रिया कराई जा रही है.
परिजनों ने लगाया इलाज में लापरवाही का आरोप
घटना की सूचना मिलते ही मृतक के छोटे भाई पवन श्रीवास्तव जिला अस्पताल पहुंचे. उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने राजकुमार लाल श्रीवास्तव को उठाने से पहले उनके बेटे को उठाया था. लखनऊ में राम मनोहर लोहिया अस्पताल के डॉक्टरों ने कहा था कि बड़े भाई 15 से 20 दिनों में ठीक हो जाएंगे. लेकिन जबरदस्ती सिविल लाइन चौकी इंचार्ज रेफर कराकर गोंडा लाए थे. जेल में तबीयत बिगड़ने के बाद बड़े भाई को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. अपर पुलिस अधीक्षक शिवराज प्रजापति ने बताया कि परिजनों और वकीलों से बातचीत की जा रही है.