Raj Thackeray Visit To Ayodhya: आगामी 5 जून को मनसे के प्रमुख राज ठाकरे (Raj Thackerey) के अयोध्या (Ayodhya) आने के कार्यक्रम को लेकर कैसरगंज बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) ने उनके विरोध को लेकर मोर्चा खोल रखा है. इस बीच आज गोंडा (Gonda) में हजारों की संख्या में अयोध्या से आए साधु संतों ने उनके घर पर पैदल मार्च कर पहुंचे और फिर नंदिनी नगर महाविद्यालय में साधु-संतों ने बीजेपी कार्यकर्ताओं और राज ठाकरे के विरोध में उतरे लोगों के साथ मिलकर आगे की रणनीति तैयार की. अयोध्या से पहुंचे तपस्वी छावनी के महाराज ब्रह्मा ने कहा कि राज ठाकरे ने उत्तर भारतीयों का अपमान किया है. उन्हें माफी मांग लेनी चाहिए. नहीं तो उन्हे अयोध्या में घुसने नहीं दिया जाएगा. 


साधु-संतों ने की राज ठाकरे से की माफी की मांग


तपस्वी छावनी के महाराज परमहंस दास (Maharaj Paramhans Das) ने एबीपी गंगा से खास बातचीत करते हुए कहा कि उत्तर भारतीयों के प्रति राज ठाकरे जो अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया उसके लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए. ये सभी उत्तर भारतीयों की आवाज है. सांसद बृजभूषण शरण (Brij Bhushan Sharan Sing) जी उनके विरोध का और कोई मतलब नहीं है अगर वो आ रहे हैं तो उनका स्वागत है उनको क्षमा मांगना होगा और अगर वो ये नहीं करते हैं तो उन्हें अयोध्या में घुसने नहीं दिया जाएगा. ये समाज और यहां की जनता का निर्णय है. जिसे लेकर हम लोगों ने तैयारी की है.


अयोध्या में प्रवेश नहीं करने देने की धमकी


महाराज परमहंस दास ने कहा कि माननीय सांसद जी की आवाज पूरे उत्तर भारतीयों की आवाज है. मैं उम्मीद करता हूं ठाकरे को यहां आने से पहले उत्तर भारतीयों से माफी मांगे. उन्होंने गलती की हो तो क्षमा मांग है. इसमें कोई आपत्ति नहीं है. नहीं तो हमारा चैलेंज है कि वो अयोध्या की सीमा में प्रवेश नहीं कर सकेंगे. उन्होंने कहा कि वो उनके खिलाफ धर्म आदेश भी जारी कर रहे हैं. पहले क्षमा मांगे तब ही वहां कुछ करिए नहीं तो अंजाम अच्छा नहीं होगा.


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ताजमहल के बंद कमरों पर दिया ये जवाब
एबीपी गंगा ने इस दौरान जब उनसे ताजमहल के बंद 22 कमरों को लेकर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि तेजो महालय भगवान शिव जी का मंदिर है. विदेशी मुगल आक्रांताओं ने इतिहास को तोड़ मरोड़ कर प्रस्तुत किया. बंद कमरों के खुलने से सारी स्थिति स्पष्ट हो जाएगी और उसकी प्रक्रिया शुरू हो गई है. यहां पर भगवान शिव जी का तेजो महालय और पिंडी है और नंदी भी अंदर में है. ये शिव जी का मंदिर है क्योंकि जो आक्रांता यहां आए उन्होंने कुछ बनाया नहीं केवल कब्जा किया है. आपस में लड़ाने का काम किया है और वो जल्दी ही खत्म होगा. 


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