Gonda News: चैत्र नवरात्रि पर बाराही देवी मंदिर में लगा भक्तों का तांता, जानें- क्या हैं यहां की मान्यताएं?
Gonda News: मान्यता है कि सती मां के शरीर को शंकर भगवान लेकर जा रहे थे तब भगवान विष्णु ने अपने चक्र से उनके शरीर को छिन्न भिन्न कर दिया. शरीर के अंग 51 स्थानों पर गिरे जो बाद में शक्तिपीठ बन गये.
Gonda News: आज चैत्र नवरात्रि का दूसरा दिन है गोंडा में मां बाराही 34वां शक्तिपीठ है. मां बाराही नगर क्षेत्र में मां काली भवानी और खैरा भवानी मंदिर में सुबह से ही देवी के दर्शन के लिए भक्तों का तांता लगा हुआ है. देवी के भक्त दर्शन करके पूजा पाठ करने में जुटे हुए हैं. 34वां शक्तिपीठ मां बाराही देवी मंदिर गोण्डा जिले के बेलसर क्षेत्र में स्थित है. ऐसी मान्यता है कि सती मां के शरीर को जब शंकर भगवान लेकर जा रहे थे तब भगवान विष्णु ने जगत कल्याण के लिये अपने चक्र से उनके शरीर को छिन्न भिन्न कर दिया था और उनके शरीर के अंग 51 स्थानों पर गिरे जो बाद में शक्तिपीठ बन गये.
गहराई आज तक नहीं मापी जा सकी
उन्हीं में से एक है बाराही देवी का स्थान. ये स्थान 34वां शक्तिपीठ है. यहां पर मां सती के पीछे के दो दांत गिरे थे जहां पर आज भी दो छिद्र मौजूद हैं. ऐसी किवदन्ती है कि इसकी गहराई आज तक नहीं मापी जा सकी है. चैत्र नवरात्रि में गोंडा के कई देवी मंदिरों में भक्तों का तांता लगा रहता है. भक्त श्रद्धा के साथ देवी मंदिरों में माता का दर्शन कर पुण्य कमाते हैं. गोंडा में काली भवानी देवी मंदिर और खैरा भवानी देवी मंदिर के साथ बेलसर ब्लॉक क्षेत्र के उत्तरी भवानी देवी मंदिर है जिसको मां बाराही देवी मंदिर के नाम से जाना जाता है.
पूरी होती हैं सभी मनोकामनाएं
यह 51 शक्तिपीठ में 34वां शक्तिपीठ है. यहां पर नवरात्रि के अलावा भक्त सोमवार और शुक्रवार को माता का दर्शन कर पुण्य कमाते हैं. नवरात्रि में गोंडा के पड़ोसी जिलों सहित अन्य प्रांतों के लोग दर्शन करने आते हैं और लगभग लाखों की संख्या में श्रद्धालु माता रानी का दर्शन करते हैं. ऐसी मान्यता है कि यहां पर जो भी सच्चे दिल से मन्नतें मांगता है माता रानी उनकी मनोकामना पूर्ण करती हैं.
Weather Update: दिल्ली और यूपी में भीषण गर्मी के लोग बेहाल, जान लीजिए आगे कैसे रहेंगे हालात