गोंडा: सार्वजनिक वितरण प्रणाली में अनियमितता के आरोप, 23 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
उत्तर प्रदेश के गोंडा में सार्वजनिक वितरण प्रणाली में अनियमितता के आरोप में कोटेदारों और पूर्व प्रधानों सहित 23 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है. जिले के थाना खोडारे और छपिया में ये मुकदमा पंजीकृत हुआ है.
गोंडा: उत्तर प्रदेश का गोंडा जिला खाद्यान्न घोटाले को लेकर बदनाम रहा है. 2017 में हुए खाद्यान्न वितरण में बड़ी कालाबाजारी की शिकायत होने पर 5 कोटेदारों सहित 23 लोगों पर कई धाराओं में मुकदमा पंजीकृत होने से जिला पूर्ति और खाद्य विभाग के अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है. पूरे मामले की जांच शासन स्तर पर की गई थी. शासन स्तर से पूरे मामले की जांच खाद्य प्रकोष्ठ को सौंपी गई थी. पांच विक्रेताओं के खिलाफ डीएम के आदेश पर अभियोग पंजीकृत हुआ है. जांच के दौरान शिथिलता बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ भी कई धाराओं सहित विभागीय कार्रवाई की संस्तुति की गई है.
23 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज सार्वजनिक वितरण प्रणाली में अनियमितता के आरोप में कोटेदारों और पूर्व प्रधानों सहित 23 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है. पुलिस अधीक्षक खाद्य प्रकोष्ठ की संस्तुति पर जिलाधिकारी के आदेश पर विकासखंड छपिया और बभनजोत के उचित दर विक्रेताओं पर कड़ी कार्रवाई की गई है.
खाद्य प्रकोष्ठ ने की थी जांच पूर्ति निरीक्षक मनकापुर चंदन कुमार की तहरीर पर थाना छपिया और खोड़ारे में लगभग 23 लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया है. पूर्व में विकासखंड छपिया और बभनजोत विकासखंड के उचित दर विक्रेताओं के विरुद्ध सार्वजनिक वितरण प्रणाली में अनियमितता को लेकर तमाम शिकायतें हुई थीं. इसकी जांच पुलिस अधीक्षक खाद्य प्रकोष्ठ ने की थी.
अनियमितता का हुआ खुलासा जिलाधिकारी मार्कंडेय शाही के आदेश पर थाना छपिया में उचित दर विक्रेता चंद्रप्रकाश ग्राम मधईपुर सहित चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है. इसी तरह उचित दर विक्रेता सरस्वती देवी पत्नी वेद प्रकाश ग्राम सिंगार घाट थाना छपिया सहित चार लोगों के विरुद्ध केस दर्ज कराया गया है. इन पर सार्वजनिक वितरण प्रणाली और मिट्टी के तेल के वितरण में अनियमितता का खुलासा हुआ था.
विभिन्न धाराओं में अभियोग पंजीकृत विकासखंड बभनजोत के ग्राम पंचायत बकवा दरगाह के उचित दर विक्रेता शाह अली व समीउल्लाह सहित चार के खिलाफ, पडरी जिगरिया के उचित दर विक्रेता अशोक कुमार सहित पांच तथा घारी घाट के उचित दर विक्रेता रामतेज व प्रधान डॉ उर्मिला सहित 6 लोगों के विरुद्ध अनियमितता सहित सही प्रमाण पत्र देकर गलत कार्यों में सहयोग करके उन्हें आर्थिक लाभ पहुंचाए जाने पर मुकदमा दर्ज कराया गया है. इस तरह छपिया थाने में 8 लोगों के विरुद्ध व थाना खोड़ारे में 15 लोगों के विरुद्ध विभिन्न धाराओं में अभियोग पंजीकृत कराया गया है.
जांच अधिकारियों के खिलाफ होगी विभागीय कार्रवाई पूरे मामले को लेकर जिला पूर्ति अधिकारी वीरेंद्र कुमार महान का कहना है कि 2017 में राशन वितरण की अनियमितता के संदर्भ में शासन को शिकायत हुई. शासन ने इसकी जांच खाद्य प्रकोष्ठ को दी. खाद्य प्रकोष्ठ की तरफ से इसकी जांच हुई. जांच के दौरान वितरण में अनियमितता पाए जाने पर पांच उचित दर विक्रेताओं के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति की गई है. जिला अधिकारी के आदेश पर उन कोटेदारों के विरुद्ध खाद अधिनियम सहित अन्य धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया है. जो अधिकारी जांच कर रहे थे उनमें शिथिलता बरतने पर उन जांच अधिकारियों के प्रति विभिन्न धारा एवं विभागीय कार्रवाई के लिए संस्तुति संबंधित विभाग की तरफ से की गई है. 23 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. जिले के थाना खोडारे और छपिया में ये मुकदमा पंजीकृत हुआ है.
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