Gonda News: उत्तर प्रदेश के गोंडा में कई ब्लॉकों में मनरेगा के तहत कराए गए कामों में भ्रष्टाचार का बड़ा मामला सामने आया है. अधिकारी और कर्मचारी और सफेदपोश लगातार सांठगांठ कर पैसों का बंदरबांट करने में लगे हुए है. गोंडा के झंझरी ब्लॉक और वजीरगंज ब्लॉक में लगातार शिकायत मिल रही थी कि मनरेगा के तहत कराए जा रहे कार्यो व सड़क निर्माण के बाद जो सिटीजन इंपॉर्टेंसॉन बोर्ड लगाए जाते हैं उनके नाम पर पैसे निकाल लिए गए. अब इस मामले में एफआईआर दर्ज कराई गई है. 


मनरेगा के कामों में अनियमितता का मामला


दरअसल गोंडा के झंझरी ब्लॉक और वजीरगंज ब्लॉक में इस बात की शिकायत की गई थी कि मनरेगा के तहत हो रहे काम के नाम पर गलत तरीके से पैसे निकाले गए हैं, जिसके बाद मुख्य विकास अधिकारी ने इस मामले की जांच कराई और जब इन बोर्ड लगवाने के नाम पर हुए बंदरबांट में आरोप सत्य पाए गए तो इस मामले में एफआइआर दर्ज कराई गई है. इसके अलावा विभागीय कार्रवाई भी की जा रही है, लेकिन बड़ा सवाल यह उठता है कि जब सड़क निर्माण के बाद बोर्ड लगवाने के नाम पर पैसे का बंदरबांट किया गया तो सड़क निर्माण में भी पैसो बंदरबांट किया गया होगा. फिलहाल जांच के बाद स्थिति साफ हो पाएगी. 


मामले में एफआईआर दर्ज
इस पूरे मामले पर जानकारी देते हुए मुख्य विकास अधिकारी प्रशांत त्रिपाठी ने बताया कि 2 ब्लाकों की शिकायत मिली थी जिसमें मनरेगा के तहत कराए गए कार्य में अनियमितता मिली थी. झांसी ब्लॉक में सिटीजन इंपॉर्टेंसॉन बोर्ड में अनियमितता की शिकायत मिली थी और दूसरा झंझरी ब्लॉक में मनरेगा के तहत कई अनियमितताएं मिली थी. दोनों जांच कराई गई जांच के बाद एफ आई आर दर्ज कराई गई है और विभागीय कार्रवाई की जा रही है. 


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