UP News: समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक और जिले के टॉप 10 माफिया सूची में शामिल आरिफ अनवर हाशमी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है. ED ने हाशमी की बलरामपुर, गोंडा और लखनऊ की 8.24 करोड़ की संपत्ति को कुर्क कर लिया है. इससे पहले 2023 तक प्रशासन ने सपा नेता की 115.87 करोड़ की संपत्ति कुर्क कर चुका है. ईडी ने मनी लॉड्रिंग केस में ये कार्रवाई की है. 


मंगलवार को ED ने आरिफ हाशमी और उनकी पत्नी रोजी सलमा से जुड़ी 8.24 करोड़ रुपये की 21 अचल सम्पत्ति कुर्क की, जिसमें आवासीय फ्लैट, कृषि और कमर्शियल लैंड शामिल है. ईडी ने आरिफ अनवर हाशमी, उनके भाइयों और अन्य साथियों के खिलाफ आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी, ठगी और जालसाजी के आरोप लगाते हुए दर्ज कई FIR के आधार पर जांच शुरू की है. हाशमी को यूपी गैंगस्टर एक्ट के तहत गैंगस्टर भी घोषित किया गया है. 


सपा से दो बार रह चुका है विधायक
आरिफ हाशमी दो बार सपा से विधायक भी रह चुके हैं. 2007 में वो सादुल्लाहनगर विधानसभा सीट से विधायक चुने गए. इसके बाद साल 2012 में उतरौला से सपा के विधायक बने. उनके खिलाफ 32 मुकदमे दर्ज हैं. जिनमें से अधिकांश मामले जमीन पर कब्जे को लेकर है. पिछले साल थाने की जमीन पर कब्जा करने का मामला सामने आने के बाद उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था. 




सपा नेता पर कई आपराधिक मामले दर्ज
सपा नेता के खिलाफ अवैध अतिक्रमण, जालसाजी, धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश के मामले में कई आरोप पत्र भी दायर किए हैं. प्रवर्तन निदेशालय ईडी की जांच में पता चला है कि आरिफ अनवर हाशमी साल 1984 से अवैध अतिक्रमण और जमीन हड़पने के अपराधों में शामिल रहे है. कुर्क की गई संपत्तियां अपराध की आय से अर्जित की गईं हैं. ED की जांच में भूमि रिकॉर्ड से संबंधित सरकारी दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़ की भी बात सामने आई है. 


आरिफ हाशमी और उनके भाई सादुल्लाह नगर पुलिस के रिकॉर्ड में हिस्ट्रीशीटर हैं. हाशमी पर सादुल्लाह नगर पुलिस थाने से संबंधित सरकारी जमीन अपने नाम पर करवाने का आरोप है. इस मामले में पुलिस उनके खिलाफ मामला भी दर्ज कर चुकी है. उन्हें 27 मामलों में नामजद किया जा चुका है.


पुलिस अधीक्षक बलरामपुर विकास कुमार ने बताया कि आरिफ अनवर हाशमी के विरुद्ध लगातार पुलिस कार्रवाई कर रही है. इनके खिलाफ कई मुकदमे दर्ज है और गैंगस्टर एक्ट भी लगाया गया है. जनपद पुलिस ने उनकी तमाम संपत्ति को कुर्क किया है. इसकी सूचना ED को भी दी गई है. जो संपत्ति कुर्क की गई थी उन  सभी के दस्तावेज ED को दे दिये गए हैं. 


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