गोंडा में खतरे के निशान के पार पहुंची घाघरा नदी, इन इलाकों में बाढ़ का खतरा, प्रशासन अलर्ट
Gonda Flood News: प्रशासन की ओर से पूरे जनपद में 27 बाढ़ चौकी और 31 बाढ़ शरणालय सारे प्रबंधन दुरुस्त कर लिए हैं. पूरे जिले में 354 नाव की व्यवस्था की गई है.
Gonda Flood Situation: यूपी के गोंडा में तीन बैराजों से घाघरा नदी में लगभग 3 लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किए जाने के बाद जनपद में बाढ़ का ख़तरा मंडराने लगा है. घाघरा नदी एल्गिन चरसड़ी तटबंध पर खतरे के निशान से 53 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. ये जलस्तर अभी और बढ़ सकता है. इसकी वजह से नदी के किनारे बसे कर्नलगंज और तरबगंज तहसील क्षेत्र में के गांवों में बाढ़ का खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन अलर्ट हो गया है.
गोंडा की जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने बाढ़ की तैयारी और बाढ़ से निपटने के लिए जरूरी दिशा निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा, प्रशासन ने अलर्ट मोड में अपनी तैयारी शुरू कर दी है. जनपद में कर्नलगंज और तरबगंज तहसील सीधे तौर पर बाढ़ से प्रभावित होती है. जहां पर घाघरा और सरयू का काटन है उसे कई गांव प्रभावित होते हैं.
डीएम ने दिए सभी विभागों को निर्देश
प्रशासन की ओर से पूरे जनपद में 27 बाढ़ चौकी और 31 बाढ़ शरणालय सारे प्रबंधन दुरुस्त कर लिए हैं. पूरे जिले में 354 नाव की व्यवस्था की गई है. गोताखोरों की सूची तैयार कर ली गई है जरूरी किट और राशन किट और दवाओं का वितरण होना है, उनकी व्यवस्था कर ली गई है. हम मॉकड्रिल भी इन गांव में कर रहे हैं. इमरजेंसी ऑपरेशन नंबर का प्रचार-प्रसार सूचित कर लिया है. किसी भी दशा में कोई भी व्यक्ति बाढ़ के दायरे में आए ऐसी स्थिति में इसको नियंत्रित किया जाएगा.
जिले में संभावित बाढ़ से निपटने के लिए जिला प्रशासन द्वारा पूरी तैयारी कर ली गई है. सभी संबंधित अधिकारियों को भी निर्देश दे दिए गए हैं कि बाढ़ से निपटने हेतु पूरी तरह से तैयार रहें. बाढ़ से बचाव के संबंध में लघु वीडियो के माध्यम से जन जागरूकता फैलाई जा रही है. जनपद में पांच प्रमुख नदियां बहती हैं जिसमें घाघरा, सरयू बिसुही, टेढ़ी एवं कुआनो नदी शामिल है.
कंट्रोल रूम के नंबर जारी किए गए
बाढ़ के संबंध में जिलाधिकारी कार्यालय के ईओसी में कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है. जिनका टेलीफोन नंबर 05262-230125 है. यह कंट्रोल रूम 24 घंटे क्रियाशील है. इसके अलावा जनपद में बाढ़ चौकी भी बनाई गई है. तरबगंज में 12 बाढ़ चौकी तथा मनकापुर के एक और कर्नलगंज में 11 तथा सदर तहसील में तीन सहित कुल 27 बाढ़ चौकिया निर्धारित कर ली गई है.
बाढ़ से निपटने के लिए 31 बाढ़ शरणालय भी निर्धारित किए गए हैं जिसमें तरबगंज में 20 मनकापुर में एक तथा कर्नलगंज में 10 बाढ़ शरणालय निर्धारित किए गए हैं. वहीं नाव व नाविक की बात की जाए तो बाढ़ मैं राहत एवं बचाव कार्य हेतु कुल 334 नावें उपलब्ध है जिसमें तरबगंज में 304, मनकापुर में 6 तथा कर्नलगंज में 24 नावें उपलब्ध हैं इसके अलावा राहत और बचाव कार्य के सहयोग के लिए पीएसी फ्लड टीम भी उपलब्ध है.
जिले में स्वास्थ्य विभाग व पशुपालन विभाग द्वारा टीकाकरण कर का निर्देश दिए गए जबकि पंचायत विभाग को साफ सफाई व दवा छिड़काव के निर्देश दिए गए हैं.