UP News: गोंडा (Gonda) में परिषदीय स्कूलों में काम कर रहे रसोइयों को दीपावली (Deepawali) की सौगात मिल गई है. रसोइयों को दीपावली और धनतेरस (Dhanteras) से पहले दो महीने का मानदेय भेज दिया गया है. प्रत्येक रसोइये के खाते में चार हजार रुपये भेजे गए हैं. सरकार ने मानदेय के लिए 3.04 करोड़ रुपये का बजट जारी किया है. गोंडा में 2612 परिषदीय स्कूल हैं और वहां मिड डे मील (Mid Day Meal) के लिए 7650 रसोइये काम करते हैं.
कई महीनों से अटका था मानदेय
इन रसोइयों को महज दो हजार रुपये महीने मिलते हैं. बजट के अभाव में पिछले पांच महीने से भुगतान नहीं किया गया था. इस वजह से उन्हें आर्थिक दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था. वहीं धनतेरस और दीपावली से पहले ही इन रसोइयों के खाते में दो महीने का मानदेय भेजा गया है. त्योहार से पहले मानदेय मिलने से रसोइये खुश हैं. एबीपी गंगा ने गोंडा के कुछ स्कूलों की महिला रसोइया से बात कर उनकी राय जानने की कोशिश की. उन्होंने अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि अब त्योहार अच्छे से मनाया जाएगा.
दो महीने का एकसाथ मानदेय मिलने से खुशी
प्राथमिक विद्यालय राधाकुंड रसोइयो सुमन, मालवीय नगर कंपोजिट विद्यालय की रसोइया संवारी और रेशमा ने बताया कि दो महीनों का एकसाथ मानदेय मिलने के बाद खुशी है. अब त्योहार अच्छे से मनाया जाएगा. उन्होंने बताया कि भले ही दो महीने का मानदेय मिल गया है लेकिन अभी भी कई महीनों का मानदेय रुका हुआ है. उन्हें मानदेय के लिए कई महीने इंतजार करना पड़ता है. रसोइयों ने बताया कि अगर आठ महीने तक मानदेय नहीं मिलता तो दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
ये भी पढ़ें -
पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपना बेचा अपना घर, खरीदने वाले डॉक्टर दंपत्ति हुए उनके कायल