गोंडा: यूपी के गोंडा में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की मतगणना 2 मई से चल रही है और अभी तक सारे परिणाम नहीं आ सके हैं. लेकिन गोंडा के पंडरी कृपाल ब्लॉक के खैरा गांव के प्रधान पद के उम्मीदवारों को एक बराबर वोट आया तो टॉस प्रक्रिया की गई और इस प्रक्रिया में जब नतीजे नहीं सामने आए तो पर्ची निकालकर चुनावी भाग्य का फैसला किया गया. उस दौरान दोनों प्रधान के समर्थकों ने कुछ विवाद की स्थिति उत्पन्न करने का प्रयास किया, लेकिन मौके पर पहुंची पुलिस ने पूरे मामले को शांत कराते हुए उपद्रवियों को कोतवाली ले आई.
जिला निर्वाचन अधिकारी के संज्ञान में आने पर उनके निर्देश पर दोनों प्रत्याशियों के बीच पहले सिक्का उछाला गया तो सिक्का खड़ा हो गया. उसके बाद जिलाधिकारी के आदेश पर लॉटरी निकाली गई जिसमें पूनम पाठक आखिरकार विजई घोषित हुईं. इस जीत से पूनम पाठक के भाग्य का फैसला हुआ और वो प्रधान चुनी गईं.
जानें कैसे जीत का हुआ फैसला
दरअसल, गोंडा जिले में पंडरी कृपाल विकासखंड के खैरा गांव से प्रधान पद की प्रत्याशी पूनम पाठक व जामवंत देवी के बीच कांटे की टक्कर हुई. दोनों प्रत्यशियों को 607-607 वोट मिले. जिसके बाद दोनों के बीच वोटों की गिनती टाई हो गई. टाई होने पर दोनों पक्षों के समर्थकों ने आमने-सामने आकर हंगामा शुरू कर दिया. दोनों ओर से मामला बढ़ता देख मौके पर पहुंची पुलिस ने समर्थकों को हटाने का प्रयास किया. लेकिन आक्रोशित समर्थक पुलिस से ही भिड़ने लगे. तभी पुलिस ने मोर्चा संभालते हुए प्रदर्शनकारी और हंगामा काट रहे 14 लोगों को हिरासत में ले लिया.
उसके बाद सिक्का उछाला गया तो सिक्का घास में खड़ा हो गया. फिर जिला निर्वाचन अधिकारी मार्कण्डेय शाही के निर्देश पर पर्ची उछालकर प्रधान के भाग्य का फैसला हुआ जिसमें पूनम पाठक को जीत हासिल हुई है.
यह भी पढ़ें-
योगी आदित्यनाथ को जान से मारने की धमकी, मैसेज में कहा- चार दिन में मेरा जो कर सकते हो कर लो