Gonda News: गरीबों और वंचितों के जीवन स्तर को सुधारने और संवारने में जुटी योगी सरकार ने दीपावली के पावन पर्व पर उनके जीवन में रोशनी लाने के लिए रविवार को जनपद गोंडा से एक विशेष अभियान की शुरुआत की है. गोंडा जिला प्रशासन की पहल पर यहां 'हर घर नेकी की दीवार' विशेष अभियान शुरू किया गया है. इस अभियान के तहत लोगों को घरों में पड़े पुराने कपड़ों, खिलौनों, जूतों जैसी निष्प्रयोज्य वस्तुओं को इधर-उधर नहीं फेंकने और इसे जरूरतमंदों तक पहुंचाने में जिला प्रशासन की मदद करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है. 


इन वस्तुओं का दान कर जनपदवासी त्योहारों पर किसी गरीब के जीवन में खुशियां ला सकते हैं. इस अभियान को इस तरह से तैयार किया गया है कि इसमें जनपदवासियों के योगदान के साथ-साथ गरीबों तक वस्तुओं को पहुंचाने में अधिकारियों और कर्मचारियों की भी महत्वपूर्ण भूमिका होने वाली है. इस अभियान में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले अधिकारियों, कर्मचारियों और जनपदवासियों को जिला प्रशासन द्वारा सम्मानित किए जाने की भी योजना है. गरीबों और वंचितों की मदद के लिए गोंडा से शुरू हुआ यह अनूठा अभियान पूरे प्रदेश के लिए एक मिसाल बन सकता है.  


रविवार को डीएम ने की शुरुआत 


गोंडा की जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने दीपावली के अवसर पर जनपद के हर घर में खुशियां पहुंचाने के लिए यह अनूठी पहल की है. "हर घर नेकी की दीवार" नाम से इस विशेष अभियान की शुरुआत की गई है. इसके अन्तर्गत लोगों के घरों की निष्प्रयोज्य या अनुपयोगी वस्तुओं को जरूरतमंदों तक पहुंचाने की दिशा में कदम उठाए गए हैं. नगर पालिका परिषद करनैलगंज से रविवार को इसकी शुरुआत की गई. नेहा शर्मा ने बताया कि दीपावली पर हम सभी अपने अपने घरों की सफाई करते हैं. इस दौरान तमाम ऐसे सामान भी निकलते हैं जिनका अब इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है. इसमें, पुराने कपड़े, पुराने कंबल, जूते, बच्चों के खिलौने, पुराने बर्तन जैसे कई अन्य निष्प्रयोज्य वस्तुएं हो सकती हैं. इन्हें जनपदवासी फेंकने के बजाए अपने करीब की नगर पालिका, नगर पंचायत या ग्राम पंचायत में बनी 'नेकी की दीवार' में दान कर दें, ताकि किसी गरीब और वंचित को इसका लाभ मिल सके और उसके जीवन में इस त्योहार पर रोशनी लाई जा सके.    


नगर पालिका से लेकर ग्राम पंचायत तक बनाई गई 'नेकी की दीवार'   


"हर घर नेकी की दीवार" अभियान के अन्तर्गत जनपद की सभी नगर पालिका परिषद,  नगर पंचायत से लेकर ग्राम पंचायत तक में विशेष केन्द्र स्थापित किए जा रहे हैं. इन्हें नेकी की दीवार नाम दिया गया. इन केन्द्रों पर आसपास के क्षेत्रों में रहने वाले लोग अपने घरों की निष्प्रयोज्य वस्तुएं दे सकेंगे. उनके द्वारा दी गई वस्तुओं का रिकॉर्ड तैयार किया जाएगा. इन केन्द्रों से कोई भी जरूरतमंद व्यक्ति अपनी आवश्यकता के अनुसार वस्तुओं को ले सकेगा. डीएम नेहा शर्मा ने बताया कि दीपावली तक इस विशेष अभियान को चलाया जाएगा. इस दौरान जनपदवासियों को सहूलियत प्रदान करने के लिए एक कंट्रोल रूम बनाने के साथ ही हेल्पलाइन नम्बर (05262-230125) भी जारी किया गया है. यह सेवा सुबह सात बजे से रात 10 बजे तक उपलब्ध रहेगी. इस हेल्पलाइन नम्बर पर फोन करके लोग अपने निकट में स्थापित "नेकी की दीवार" के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकेंगे. वहां तैनात अधिकारियों व कर्मचारियों से सम्पर्क कर सकेंगे. 


लोगों का मिल रहा भरपूर समर्थन 


नेहा शर्मा ने कहा कि आपके द्वारा दी जा रही वस्तुओं को किसी अन्य जरूरतमंद को उपलब्ध कराया जाएगा. इसलिए, ध्यान रखें कि वस्तु इस्तेमाल करने योग्य हो. उन्होंने अपील की है कि फटे-पुराने कपड़े या कोई खराब सामान न दें. बेहतर होगा कि सामान को साफ और इस्तेमाल करने योग्य स्थिति में दिया जाए. जैसे पुराने कपड़ों को धुलकर साफ कर लें. कोई कपड़ा फटा है तो उसकी सिलाई करवा दें. जूते को साफ कर लें. डीएम की इस पहल को गोंडा में लोगों का सपोर्ट भी मिल रहा है. पहले ही दिन बड़ी संख्या में लोगों ने निष्प्रयोज्य वस्तुओं को दान किया. वहीं, नेकी की दीवार के उद्घाटन के अवसर पर डीएम ने स्वयं गरीबों में इन वस्तुओं का वितरण भी किया.


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