Gonda News: अपात्र कार्ड धारकों की कार्यालय में भारी भीड़, 8 हजार से ज्यादा कर चुके हैं सरेंडर
गोंडा (Gonda) के जिला पूर्ति कार्यालय में अपात्र राशन कार्ड (Ration Card) धारकों के कार्ड सरेंडर की भारी भीड़ लग रही है. अब तक जिले में करीब 8 हजार अपात्र कार्ड धारक सरेंडर कर चुके हैं.
UP Ration Card: गोंडा (Gonda) के जिला पूर्ति कार्यालय में अपात्र राशन कार्ड (Ration Card) धारकों के कार्ड सरेंडर की भारी भीड़ लग रही है. यहां अपात्र कार्ड धारक जिला पूर्ति कार्यालय पहुंच रहे हैं और अपने कार्ड को सेंडर करने में लगे हुए हैं. अब तक जिले में आठ हजार के करीब अपात्र कार्ड धारक सरेंडर कर चुके हैं. सत्यापन के बाद यह आंकड़ा 20 से 25 हजार तक पहुंच सकता है. विगत दिनों जिलाधिकारी को लगातार शिकायतें मिल रही थी कि जो पात्र लोग हैं उनको राशन कार्ड नहीं बन पा रहा है.
जिलाधिकारी की चेतावनी
जिसके बाद जिलाधिकारी ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की थी. जिसमें कहा गया था कि जो अपात्र हैं वह अपने राशन कार्ड से अच्छा से जमा कर दे नहीं तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई के साथ रिकवरी की जाएगी. इसके बाद अपात्र कार्ड धारकों में हड़कंप मचा हुआ है. वह फटाफट तहसील जिला पूर्ति कार्यालय कार्य पहुंचकर अपने कार्ड जमा कर रहे हैं.
जिला पूर्ति अधिकारी ने बताया है कि अब तक आठ हजार के करीब राशन कार्ड सरेंडर हो चुके हैं. राजस्व पूर्ति विभाग की टीम गांव में सत्यापन के बाद रिपोर्ट सौंपेगी. रिपोर्ट के आधार पर अपात्र कार्ड निरस्त किए जाएंगे. जो लोग अपनी अपात्र मानको को छुपाकर इसका लाभ ले रहे हैं, उनसे 24 रूपए प्रति किलो चावल और 32 रूपए प्रति किलो गेहूं की रिकवरी की जाएगी.
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क्या बोले अधिकारी
वहीं पूरे मामले पर जिला पूर्ति अधिकारी सुरेंद्र यादव ने बताया है कि शासन द्वारा निर्देश दिया गया था जो ऐसे राशन कार्ड धारक राष्ट्रीय खादय सुरक्षा अधिनियम के तहत पात्रता की श्रेणी में नहीं आते हैं. उनके राशन कार्ड सरेंडर किए जाएं. उनकी जगह पर जो वंचित पात्र लाभार्थी है उनका कार्ड बनाया जाए. उनका कार्ड जारी करके उनको लाभान्वित किया जाए. जिस के क्रम में जिलाधिकारी महोदय द्वारा एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की गई.
फिर हो रहा सत्यापन
जिलाधिकारी की अपील के क्रम में अभी तक जनपद में लगभग 8000 लाभार्थियों ने अपने राशन कार्ड सरेंडर किए हैं. इसके बाद शासन द्वारा यह निर्देश दिए गए हैं कि राशन कार्ड का एक बार मानकों के आधार पर फिर से सत्यापन कराया जाए. जिस के क्रम में राजस्व की ओर ग्राम विकास किए टीम बनाई गई है जो गांव-गांव जाकर सर्वे करेंगे खुली बैठक करेंगे. उसमें पात्रता के मानकों के आधार पर परीक्षण करते हुए रिपोर्ट देंगे.
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