Gonda News: उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में नवाबगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत 22 वर्षीय देव नारायण यादव की पुलिस कस्टडी में मौत के मामले में परिजनों ने सपा नेता की अगुवाई में जिलाधिकारी आवास पहुंचकर प्रार्थना पत्र देकर कार्रवाई की मांग की है. परिजनों की तरफ से दिए गई प्रार्थना पत्र में पहली मांग आरोपियों की गिरफ्तारी, दूसरी मांग पूरे मामले में उच्चस्तरीय जांच कराई जाए जिससे न्याय मिल सके, तीसरी मांग परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाए, चौथी मांग कम से कम 50 लाख रुपये मुआवजा और पांचवी मांग मृतक देवनारायण यादव का शव फिर से दूसरे जिले में पोस्टमार्टम कराया जाए.


डीएम और एसएसपी से मृतक के पिता रामबचन यादव, परिजन मस्तराम यादव, दिनेश यादव, राधेश्याम यादव, रामपाल यादव, दुर्गेश यादव मिलने पहुंचे थे. वही जिलाधिकारी ने परिवार को भरोसा दिलाते हुए कहा कि परिवार को न्याय मिलेगा और दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी.


पुलिस कस्टडी में हुई थी मौत


जिले में नवाबगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत बीते 14 सितंबर को 22 वर्षीय युवक देव नारायण यादव की पुलिस कस्टडी में मौत हो गई थी. जिसके बाद परिजनों शिकायती पत्र पर एसपी आकाश तोमर को निर्देश पर थाना प्रभारी समेत चार नामजद व पुलिस टीम के खिलाफ धारा 147, 302 का मुकदमा दर्ज किया गया. वहीं इस मामले में थाना प्रभारी तेज नारायण सिंह व एसओजी प्रभारी अमित यादव को तत्काल निलंबित कर दिया था. सपा नेता सूरज सिंह की अगुवाई में मृतक के पिता राम बचन यादव, भाई राम नारायण यादव सहित अन्य परिवार सदस्य जिलाधिकारी आवास पहुंचकर प्रार्थना पत्र देकर कार्रवाई की मांग की है.


Agra News: आगरा में खस्ताहाल एक सरकारी स्कूल, नीम के पेड़ के नीचे बैठकर पढ़ते हैं 108 बच्चे


इस मामले में युवक को बुलाया था थाने पुलिस ने हुई


पिता रामबचन यादव ने बताया कि उनके गांव से कुछ दूरी पर झोलाछाप डॉक्टर की हत्या हुई उसी मामले में पुलिस वालों ने पूछताछ के थाने बुलाया तो वो अपने बच्चे को लेकर गए. पहले दिन बेटे से पुलिस ने पूछताछ दौरान मारपीट की, उसके बाद रात में 12 बजे छोड़ दिया, उसके बाद दोबारा फिर से बुलाया पूछताछ के लिए तो हम मेरे भाई व प्रधान जी के साथ थाने में लेकर गए. पुलिस ने बेटे को पहले धमकाया उसके बाद अंदर ले जाकर पिटाई की. पिता ने आगे बताया कि अंदर एक लोग बताए कि पुलिस वाले उनके बेटे की नाक में पानी डालकर बिजली करेंट देकर पूछताछ कर रहे हैं. पुलिस वालो में मेरे बेटो को मार डाला.


उसके बाद उन्होंने कहा कि बेटे को तबीयत खराब हो गई जिसके बाद अस्पताल में बेटे को लाश मिली है. पुलिस की पिटाई से बेटे को मौत हुई, इस मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं की गई. पिता ने कहा कि आज जिलाधिकारी मिलकर प्रार्थना पत्र देकर कार्रवाी की मांग की है जिसके आरोपियों की गिरफ्तारी को जाए.


Amroha News: धर्मांतरण मामले में यूपी में पहली बार 5 साल की सजा, किशोरी को नाम बदलकर फंसाया था