Gonda News: यूपी के गोंडा में इन दिनों सोशल मीडिया (Social Media) पर स्वास्थ विभाग (Health Department) के साथ राजस्व विभाग में घूसखोरी के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. इन वीडियो के सामने आने के बाद जिला प्रशासन हरकत में आ गया है. वायरल वीडियो को संज्ञान में लेकर कार्रवाई करने में जुटा हुआ है. इनकी वजह से गोंडा जिला प्रशासन की छवि धूमिल भी हो रही है, सबसे ज्यादा रिश्वतखोरी और घूसखोरी का वीडियो स्वास्थ विभाग से वायरल हो रहा है तो वही एक वीडियो कर्नलगंज तहसील के लेखपाल का रिश्वत लेते सामने आया है. 


स्वास्थ्य सेवाओं में भ्रष्टाचार को मुक्त करने और विकास की रफ्तार को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार भले ही लाख कोशिशें कर रही हो लेकिन स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने सरकार की इन कोशिशों को आईसीयू में वेंटिलेटर पर रखकर भ्रष्टाचार की नई इबारत लिख रहे हैं और भ्रष्टाचार मुक्त की जगह भ्रष्टाचार युक्त की रफ्तार को बढ़ावा दे रहे हैं. जिसका उदाहरण गोंडा जिले के जिला अस्पताल व कर्नलगंज तहसील में देखने को मिला, जहां भ्रष्टाचार की ऐसी पटकथा सामने आई है जिसे देखकर लोगों के हाथ पांव फूल जाएंगे.


रिश्वतखोरी की वीडियो वायरल होने से हड़ंकप


रिश्वतखोरी के ये वीडियो जिला अस्पताल के क्षेत्रीय निदान अनुभाग के हैं. ऐसे चार वीडियो सामने आए हैं जिसमें मनचाहा मेडिकल बनाने के लिए मोटी रकम वसूली जा रही है और वीडियो में यह भी कहा जा रहा है जितनी मोटी रकम होगी उतना ही मनचाहा मेडिकल रिपोर्ट होगा. जिससे सामने वाले को सालों तक जेल हो सकती है. वहीं दूसरी और तीसरी वीडियो अल्ट्रासाउंड व एक्सरे करने व रिपोर्ट बनाने के नाम पर धन उगाही की जा रही थी. चौथी वायरल वीडियो मुजेहना ब्लॉक की है जहां एएनएम डिलीवरी के नाम पर धन उगाही कर रही है.


हरकत में आया जिला प्रशासन


वीडियो वायरल होने के बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए तीन सदस्यीय जांच टीम गठित हुई. कमिश्नर ने भ्रष्टाचार में संलिप्त दो कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है, हालांकि मेडिकल रिपोर्ट के नाम पर जब पैसे लिए जा रहे थे उस समय रेडियोलॉजिस्ट भी मौजूद था, लेकिन उन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है. दूसरी तरफ कर्नलगंज तहसील क्षेत्र के अंतर्गत लेखपाल का रिश्वत लेते वीडियो वायरल हो गया. वीडियो में लेखपाल के द्वारा अवैध कब्जा कराने की बात कह रहा था वीडियो पसंद जान में लेते हुए जिलाधिकारी नेहा शर्मा लेखपाल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया. 


इस पूरे मामले में कमिश्नर देवीपाटन मंडल योगेश्वर राम मिश्रा ने कहा कि सरकार की मंशा करप्शन प्रति जीरो टॉलरेंस है, ऐसे में कहीं पर भी करप्शन होता है तो उसे कतई बख्शा नहीं जाएगा. कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे थे जिस को संज्ञान में लेकर कार्यवाही की गई है और अगर ऐसी घटना उस विभाग में दोबारा रिपीट होगी तो उस विभाग के अधिकारियों की जवाबदेही तय किया जाएगा. 


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