गोंडा: उत्तर प्रदेश के गोंडा जिला में सोशल मीडिया पर स्वास्थ्य विभाग की जमीनी हकीकत दिखाते हुए एक वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो वायरल होने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है. पूरा मामला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र छपिया का है, जहां सरकारी डॉक्टरों की घोर लापरवाही सामने आई है. यहां नसबंदी के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आई सात महिलाओं को नसबंदी ऑपरेशन के बाद जमीन पर लिटा दिया गया.


स्वास्थ्य विभाग में मचा हड़कंप
एक तरफ जहां परिवार नियोजन के तहत बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं. करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे हैं तो ऐसे में दावों की पोल खोलती तस्वीरें कुछ और ही बयां कर रही हैं. परिजनों के लाख कहने के बाद भी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में महिलाओं को बेड तक उपलब्ध तक नहीं कराया गया. वीडियो वायरल होने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है. मामले को लेकर पर जिला अधिकारी मारकंडेय शाही ने कहा कि पूरी घटना को लेकर स्वास्थ्य विभाग को जांच सौंपी गई है. जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी.


महिलाएं जमीन पर घंटों पड़ी रहीं
बता दें कि, महिलाओं की नसबंदी के लिए बाकायदा पंजीकरण कराया जाता है और उनको निश्चित तिथि देकर असप्ताल बुलाया जाता है. ये सुनिश्चित कराया जाता है की नसबंदी और इलाज की समुचित व्यवस्था हो लेकिन इसको ताक पर रखकर महिलाओं को जमीन पर लिटाकर सरकार की मंशा पर पानी फेर दिया गया. सीएचसी अधीक्षक आलोक सिंह से जब इस बारे में बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने गैर जिम्मेदाराना बयान दिया. उन्होंने कहा कि जब अस्पताल में बेड उपलब्ध नहीं है तो लोगों के लिए बेड कहां ले जाया जाए. नसबंदी के बाद महिलाएं जमीन पर घंटों तक पड़ी रहीं.


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