Gonda News: गोंडा में फिर से फर्जी शिक्षकों का मामला गरमाया है. एसआईटी जांच के बाद 4 शिक्षक फर्जी मिले हैं. फर्जी शिक्षकों पर अब संबंधित खंड शिक्षा अधिकारी एफआईआर दर्ज कराएंगे और उनके बाद वेतन रिकवरी का आदेश होगा. जांच के बाद यह खुलासा हुआ है कि 4  शिक्षक फर्जी दस्तावेज लगाकर अध्यापक की नौकरी कर रहे थे.


जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बताया है कि इन के ऊपर एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी और वेतन रिकवरी के लिए लेखा विभाग को पत्र लिख दिया गया है.  लगभग 4 करोड़ रुपए की रिकवरी होनी है. एसआईटी की जांच के बाद पूरा मामला सामने आया था इसके बाद लगातार इनको नोटिस भेजा जा रहा था. नोटिस का जवाब ना मिलने के बाद एफ आई आर दर्ज कराने के साथ वेतन रिकवरी भी करवाया जाएगा.


चार प्राथमिक शिक्षकों को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया


गोंडा जिले में फर्जी दस्तावेजों के सहारे नौकरी कर रहे चार प्राथमिक शिक्षकों को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया गया. बीएसए अखिलेश प्रताप सिंह ने चारों शिक्षकों की सेवा समाप्ति के आदेश देते हुए संबंधित खंड शिक्षा अधिकारियों को इन चारों के विरुद्ध पुलिस में प्राथमिकी दर्ज कराने का निर्देश दिया गया है. इन बर्खास्त शिक्षकों को वेतन समेत विभिन्न पदों में दी गई धनराशि की वसूली की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है. बर्खास्त शिक्षकों पर लगभग 4 करोड़ों रुपए की रिकवरी के आदेश दे दिए गए हैं. 


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बर्खास्त हुए शिक्षकों में ये हैं शामिल


बर्खास्त किये गये शिक्षकों में बेलसर के प्राइमरी स्कूल (पूरे गोड़ियन) में प्रधानाध्यापक पद पर तैनात और संतकबीरनगर जिले के जमिरा गांव के निवासी राजेश कुमार, प्राथमिक विद्यालय (राजापुर रेतवागाड़ा) में प्रिसिंपल पर तैनात व आजमगढ़ जिले के गांवॉ भदौरा खास निवासी विनोद कुमार सिंह, मुजेहना के प्राथमिक विद्यालय (पूरे सिधारी) में तैनात कुलदीप और इटियाथोक के प्राथमिक विद्यालय पृथ्वीपाल ग्रंट में  के पद प्रिसिंपल पर तैनात जितेंद्र कुमार यादव शामिल हैं. इन सभी के शैक्षणिक अभिलेख फर्जी पाये गये हैं.


बीएसए अखिलेश प्रताप सिंह ने बताया कि ये लोग दूसरे व्यक्ति के शैक्षिक अभिलेख प्रयोग कर दूसरे नाम पर अपने अभिलेख, पैन कार्ड, आधार कार्ड लगाकर वेरीफिकेशन कराकर नौकरी पाकर वेतन ले रहे थे. ऐसे लोगों पर कार्रवाई कर वित्त एवं लेखा विभाग को पत्र भेजा गया है. और उनके वेतन भुगतान का आकलन कराया जा रहा हैं. ऐसे लगभग 60 शिक्षक हैं जिनके ऊपर कार्रवाई की जा रही है. बीएसए ने कहा कि अब ऐसे और लोगों पर नजर है, जो फर्जी तरीके से नौकरी कर रहे हैं.


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