Gonda News: गोंडा (Gonda) में इस समय रबी की फसल की बुवाई जोरों पर है, तो वहीं खेतों में डालने के लिए डीएपी और उर्वरक की कमी देखने को मिल रही है. बस केवल इक्का-दुक्का दुकानों पर ही डीएपी और यूरिया उपलब्ध हो रही है. किसान अपने खेत की जुताई करने के बाद उर्वरक के इंतजार में अभी तक बुवाई नहीं कर पा रहे हैं, तो वहीं कृषि विभाग ने इन सब बातों से किनारा करते हुए कहा है कि सभी प्राइवेट और समितियों पर डीएपी और यूरिया जैसे उर्वरक उपलब्ध हैं. अगर कहीं इसकी शिकायत मिलती है तो जांच की जाएगी. किसानों को किसी भी दशा में उर्वरक से वंचित नहीं किया जा सकेगा, किसान अपनी उर्वरक लेकर खेतों में रबी की फसलों की बुवाई करेंगे.


किसान मंहगे दामों में खरीद रहे डीएपी 
वहीं किसानों का कहना है कि डीएपी और यूरिया की कमी है. जहां भी कहीं मिल रहा है, वहां पर महंगे दामों में किसान महंगे डीएपी खरीदने को मजबूर है. वह कर्ज लेकर डीएपी खरीदेंगे, बाद में उनको उसका ब्याज देंगे और एक तरफ मिल किसानों को गन्ना बकाया भुगतान नहीं दे रहा है, दूसरी तरफ डीएपी और यूरिया की कमी है, ऐसे में किसान क्या करें. 


उप कृषि निदेशक ने कही ये बात 
उप कृषि निदेशक देवीपाटन मंडल गोंडा प्रेम कुमार ठाकुर का कहना है कि जहां तक उर्वरक की उपलब्धता की बात हैं तो हम लोगों द्वारा इसकी जांच की गई है. इस जांच में ये पाया गया है कि फिलहाल उर्वरक पर्याप्त मात्रा में हर स्टोर पर उपलब्ध है. उर्वरक की कोई कमी नहीं है, सभी प्रकार के उर्वरक चाहे वो डीएपी हो या यूरिया हो या फॉस्फेट हो हर तरह के उर्वरक वर्तमान समय में पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं, इसकी और भी आपूर्ति जल्द ही होने वाली है. भविष्य में भी खाद की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी.


यह भी पढ़ें:-


UP Nikay Chunav 2022: यूपी निकाय चुनाव में 4.27 करोड़ से ज्यादा मतदाता डालेंगे वोट, जानें इस बार क्या-क्या बदल जाएगा?