Gonda News: पहाड़ों पर हो रही लगातार बारिश से शारदा सरयू और गिरजा बेराजों से 287491 क्यूसेक पानी घाघरा नदी में छोड़ा गया है. भले ही घाघरा नदी एल्गिन ब्रिज पर खतरे के निशान को छूकर 26 सेंटीमीटर नीचे हो गई हो लेकिन घाघरा नदी के किनारे बसे गांवों के लोगों में दहशत अभी भी बरकरार है. घाघरा नदी बांध से हटकर बह रही है, जिससे नदी का जलस्तर कम होने के बाद कटान का खतरा बढ़ जाता है, इससे लोग दहशत में हैं.
जिला प्रशासन ने लोगों से की ये अपील
इसी को लेकर जिला प्रशासन ने नदी किनारे बसे गांव के लोगों से अपील की है कि अगर कहीं भी बाढ़ या तटबंध कटने संबंधित सूचना आती है तो तुरंत जिला प्रशासन को सूचित करें. फिलहाल घाघरा नदी खतरे के निशान से 26 सेंटीमीटर नीचे बह रही है. बता दें कि गोंडा में हर साल जब बाढ़ आती है तो तरबगंज और कर्नलगंज तहसील क्षेत्र के लगभग 100 गांव के एक लाख आबादी प्रभावित होती है फिलहाल जिला प्रशासन संभावित बाढ़ से निपटने के लिए सभी तैयारियां पूरी करने का दावा कर रही है.
संभावित बाढ़ से निपटने की ये है तैयारी
जिले के अपर जिला अधिकारी सुरेश कुमार सोनी ने बताया है कि जिला प्रशासन लगातार मुस्तैद है. बाढ़ का सामना करने के लिए हम लोग तैयार हैं और लगातार अधिकारियों के द्वारा निरीक्षण किया जा रहा है. 24 बाढ़ चौकियों को सक्रिय कर दिया गया है और 300 नावों को लगा दिया गया है, जैसे ही बाढ़ की स्थिति होगी सभी को वहां पर भेज दिया जाएगा और नदी किनारे बसे गांव के लोगों से भी अपील की गई है कि अभी भी बांध कटने जैसी अगर ऐसी सूचना आती है तो तुरंत जिला प्रशासन को सूचित करें.
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