Gonda News: इस अक्टूबर भारी बारिश से उत्तर प्रदेश के कई जिले बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं. जानकारी के मुताबिक, करीब 18 जिलों में 1370 गांव ऐसे हैं जो बाढ़ से प्रभावित हैं. इसी कड़ी में गोंडा जिले की स्थिति भी गंभीर बताई जा रही है. गोंडा में घाघरा नदी खतरे के निशान से 1.8 मीटर ऊपर बह रही है, जिसकी वजह से तीन तहसील इलाको में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं. दरअसल, घाघरा नदी में 3,86,539 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किए जाने के बाद नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. वहीं, गोंडा की अन्य सहायक नदियां भी उफान पर हैं. इसके चलते नदी के किनारे बसे गांवों के हजारों लोग काफी परेशानियों का सामना कर रहे हैं. 


गोंडा जिला प्रशासन के दावे हो रहे फेल
बताया जा रहा है कि सिंचाई विभाग और बाढ़ खंड के अधिकारी लगातार बांध की निगरानी कर रहे हैं. जिला प्रशासन का दावा है कि लगातार बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात कर उनको शासन द्वारा राशन किट और तिरपाल उपलब्ध करवाए जा रहे हैं. वहीं दूसरी ओर बाढ़ पीड़ितों का आरोप है कि अधिकारी केवल बांध पर आकर ही चले जाते हैं, गांव तक कोई नहीं आता.


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पलायन करने को मजबूर हैं गांव वासी
गोंडा में कर्नलगंज और तरबगंज के साथ सदर के कुछ हिस्सों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. कर्नलगंज तहसील क्षेत्र का नकहरा गांव भी बाढ़ प्रभावित है, जहां हर तरफ पानी ही पानी भर गया है और कई घर पानी में डूब गए हैं. सड़कों पर वाहन की जगह नाव दौड़ रही हैं. लोग नाव का सहारा लेकर अपने आने-जाने को मजबूर हैं. कुछ लोग अपने घरों को छोड़कर बांध पर पलायन कर रहने को मजबूर हैं. 


पशुओं के चारे का भी नहीं हो रहा इंतजाम
मिली जानकारी के अनुसार, गोंडा के कई गांवों में हर तरफ पानी से लोग परेशान हैं. वहीं, दूसरी तरफ धान की फसलें भी बर्बाद होने की कगार पर हैं. हालांकि, जिला प्रशासन का दावा है कि लोगों को हर संभव मदद दी जा रही है. लेकिन, बाढ़ पीड़ितों का कहना कुछ और है. आम जनता कह रही है कि अधिकारी केवल बांध पर ही आकर चले जाते हैं. उन्हें लोगों की मदद करने के लिए गांव के अंदर आना चाहिए, लेकिन वह ऐसा नहीं कर रहे हैं. गांवों बाढ़ की वजह से रहने लायक स्थिति में नहीं हैं और पशुओं के चारे की भी दिक्कत हो रही है. 


36 हजार से ज्यादा जनसंख्या बाढ़ से प्रभावित
गोंडा सदर, तरबगंज और कर्नलगंज तहसीलों के गांवों की 36,008 की आबादी बाढ़ से जूझ रही है. गोंडा सदर में 79, तरबगंज में 97, कर्नलगंज में 1 ग्राम पंचायतें बाढ़ की समस्या का सामना कर रही हैं. तीनों तहसीलों (सदर में 14509, तरबगंज में 20735, कर्नलगंज में 764) कुल मिलाकर 36,008 लोग ऐसे हैं जो इस समय प्रशासन और शासन से मदद मिलने की उम्मीद कर रहे हैं. आधिकारिक जानकारी के मुताबिक, तरबगंज तहसील में 12 और सदर तहसील में 3 बाढ़ चौकियां स्थापित की गई हैं. साथ ही, तरबगंज में 89 और सदर तहसील में 12 नावें भी लगाई गई हैं.


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