Gonda News: गोंडा (Gonda) में सिस्टम की लापरवाही के चलते समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों ने 2 बुजुर्गों को व्यवस्था पेंशन ऑनलाइन प्रणाली में मृत घोषित कर दिया है. जब दोनों बुजुर्गों को कई महीनों से पेंशन नहीं मिली तो समाज कल्याण विभाग के चक्कर काटने लगे. वहां से कोई कार्रवाई न होने पर जब पूरी बात मुख्य विकास अधिकारी को बताई तो पूरे मामले में जांच कर कार्रवाई करने के साथ दोनों बुजुर्गों की पेंशन बहाली करवाने की बात कही जा रही है.


क्या है पूरा मामला?
गोंडा के वजीरगंज ब्लॉक के नियामतपुर के 2 बुजुर्ग जिंदा होने के बावजूद कागजों में मर चुके है जिससे उनकी पेंशन बंद हो गयी. तब से अधिकारियों के चौखट पर दुहाई देते देते थक गए लेकिन कही सुनवाई नहीं हुई. 92 साल के भगौती प्रसाद और 70 वर्षीय जगदीश अज्ञात कारणों से कागजों में मृतक घोषित कर दिए गए है  जिससे 5 सौ रुपया महीना मिलने वाली वृद्धावस्था पेंशन मिलनी बंद हो गयी. मुख्य विकास अधिकारी गौरव कुमार ने कहा दोनों बुजुर्गों के मामले संज्ञान में आये है. इनकी पेंशन तत्काल प्रभाव से प्रभावी की जाएगी.


गोंडा जिले के वजीरगंज ब्लॉक के 92 साल के भगौती प्रसाद का कहना है कि मैं अभी जिंदा हूं लेकिन कागज में पता नहीं कैसे मरा हुआ घोषित कर दिया गया हूं जिससे करीब 3 साल से 5 सौ रुपया मिलने वाली पेंशन बंद हो गई है. यदि सरकार मुझे कागज पर जिंदा कर दे तो पेंशन मिलने लगेगी और हमे किसी के सामने हाथ न फैलाना पड़े. वही नियामतपुर गांव के 70 वर्षीय जगदीश ने कहा कि अज्ञात कारणों से कागजो में मर चुके है जिससे एक साल से पेंशन बंद हो गयी.


जल्द पेंशन दिलाने का किया आश्वासन
वहीं पूरे मामले पर मुख्य विकास अधिकारी गौरव कुमार का कहना है कि 2 प्रकरण जो सामने आए हैं जिनमें से एक बुजुर्ग 70 वर्ष का है और एक 92 वर्ष का है दोनों के मामले संज्ञान में आए हैं कि उनको पेंशन नहीं प्राप्त हो रही है .ऑनलाइन उनको मृत्यु दिखाया जा रहा है. जांच हमारे द्वारा कराई जा रही है इनकी पेंशन जल्द बहाल की जाएगी और जो भी कर्मचारी इसके लिए उत्तरदायी हैं उसके ऊपर कठोर से कठोर कार्रवाई की जाएगी.


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