Uttar Pradesh News: पहलवानों द्वारा भारतीय कुश्ती संघ पर लगाए गए आरोपों को लेकर चर्चा में रहे भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष व कैसरगंज से बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह (BJP MP from Kaiserganj Brij Bhushan Sharan Singh) ने मीडिया से बात करते हुए रामचरितमानस (Ramcharitmanas) को लेकर की जा रही बयानबाजी पर कहा कि यह बहुत दुर्भाग्य है कि वे स्वामी प्रसाद मौर्य21 (Swami Prasad Maurya) प्रदेश के इतने बड़े नेता हैं और कुतर्क कर रहे हैं. कुतर्क का तर्क किया जा सकता है. गोस्वामी तुलसीदास यहीं पैदा हुए हैं जहां हम बैठे हैं. वे यहां से कुछ दूर पर सूकर क्षेत्र में पैदा हुए और ताड़ना शब्द हमारे गोंडा (Gonda) जिले का है. 


सांसद ने कहा कि ताड़ना शब्द का मतलब वॉच रखना होता है. ये अवधी शब्द है जो गोंडा का शब्द है. ताड़ना का मतलब पीटना नहीं है, मारना नहीं है. यह इनको देखना चाहिये. वहीं समाजवादी पार्टी कार्यालय के बाहर लगे मैं शुद्र हूं पोस्टर को लेकर सांसद ने कहा कि इसकी बड़ी लंबी व्यवस्था है और जो हमारी मान्यता है उसमें तो शुद्र उसको माना गया है जो शुद्र जैसा कर्म करे. वर्ण व्यवस्था स्थाई नहीं है. शुद्र कभी ब्राह्मण वर्ग में जा सकता है और कभी क्षत्रिय वर्ग में जा सकता है. आज कई क्षत्रिय शुद्र श्रेणी में आ रहे हैं और कई शुद्र ब्राह्मण की श्रेणी में जा रहे हैं.


स्वामी प्रसाद मौर्य को अवधी की जानकारी नहीं-सांसद
वहीं सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने केंद्र सरकार द्वारा पेश किए गए बजट को हर वर्ग के लिए उपयोगी बताया. उन्होंने विपक्षी दलों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वह केवल शोर मचाते हैं और सदन में किसी भी मुद्दे को लेकर चर्चा नहीं करना चाहते हैं. सांसद ने केंद्र सरकार द्वारा पेश किए गए बजट की तारीफ करते हुए कहा कि इस बजट में लघु उद्योग, स्किल, महिलाओं, नौजवानों और खेती पर ज्यादा जोर दिया गया है. उन्होंने स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि अवधी के बारे स्वामी प्रसाद मौर्य को जानकारी नहीं है.


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