Uttar Pradesh News: भारतीय चिकित्सा परिषद (Medical Council of India) ने उत्तर प्रदेश में गोंडा (Gonda) जिले की एक प्रमुख स्त्री रोग विशेषज्ञ का पंजीकरण छह माह के लिए निलम्बित कर दिया है. इसके साथ ही चिकित्सक के प्रैक्टिस और ऑपरेशन करने पर भी छह माह के लिए रोक लगा दी गई है. मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रश्मि वर्मा ने शनिवार को सम्बंधित महिला चिकित्सक को ऑपरेशन या इलाज नहीं करने का निर्देश देते हुए उनके नाम पर पंजीकृत नर्सिंग होम के खिलाफ भी कार्रवाई शुरू कर की.
क्या कहा था शिकायतकर्ता ने
मोतीगंज थाना क्षेत्र के डड़वा दसौतिया निवासी वाचस्पति मिश्र ने बताया कि, उन्होंने अपनी पत्नी शशि मिश्रा के गर्भावस्था के दौरान डॉ. विजय लक्ष्मी सक्सेना से इलाज कराया था. मिश्रा ने बताया कि प्रसव काल के समय उन्होंने सामान्य प्रसव का आश्वासन देकर अपने नर्सिंग होम में भर्ती कर लिया और बाद में आपरेशन अपरिहार्य बताते हुए ऑपरेशन कर दिया. आपरेशन से बच्ची पैदा हुई तो उन्होंने हालत गंभीर बताकर दूसरे नर्सिंग होम में भेज दिया.
हो गई थी मौत
मिश्र ने बताया कि, वहां के चिकित्सकों ने जांच के बाद बताया कि डॉक्टर द्वारा गलत ऑपरेशन करने की वजह से मरीज की जान भी जोखिम में है. बच्चेदानी निकालकर जान बचाई जा सकती है और उन्होंने बच्चेदानी भी निकलवा दी. इसके कुछ दिन बाद इलाज के दौरान ही मेरी पत्नी की मौत हो गई. अदालत के आदेश पर थाने में आपराधिक मामला भी दर्ज कराया गया था.
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने क्या बताया
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रश्मि वर्मा ने इस बारे में पूछे जाने पर बताया कि, भारतीय चिकित्सा परिषद ने डॉ. विजय लक्ष्मी सक्सेना का पंजीकरण छह माह के लिए निलम्बित कर दिया है. साथ ही उनके इलाज करने पर रोक लगा दी है. डॉ. वर्मा ने कहा कि परिषद के निर्देशों का उल्लंघन करने पर नियमानुसार कानूनी कार्रवाई की जाएगी.