Gonda News: पेड़ के नीचे गरीब बच्चों के सपनों को पंख लगाने में जुटा ये पुलिस कॉन्स्टेबल, बताई इसके पीछे की वजह
UP News: कॉन्स्टेबल मोहम्मद जफर का कहना है, किसी भी विभाग में जाते तो जनता की सेवा करते. पुलिस की ड्यूटी 24 घंटे होती है और बहुत काम होता है, लेकिन पढ़ाने से मन शांत रहता है और अच्छा लगता है.
Uttar Pradesh News: यूपी में गोंडा (Gonda) के कर्नलगंज कोतवाली क्षेत्र के चचरी पुलिस चौकी में तैनात मोहम्मद जफर खाकी की पाठशाला कर पुलिस (Gonda Police) की छवि सुधारने में लगे हुए हैं. वह अपनी पुलिस ड्यूटी के बाद बचे समय में ग्रामीण बच्चों को निशुल्क कोचिंग देते हैं, जिसकी खबर को एबीपी गंगा ने प्रमुखता से दिखाया था. इसके बाद गोंडा के पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर ने पुलिस की छवि सुधार रहे पुलिस आरक्षी मोहम्मद जफर को अपने पुलिस कार्यालय में बुलाकर सम्मानित कर प्रशस्ति पत्र दिया है और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है.
यूपी के गोंडा से एक विश्वसनीय तस्वीर निकल कर सामने आई है, जहां पुलिस विभाग में तैनात मोहम्मद जफर नाम के पुलिस कॉन्स्टेबल पेड़ के नीचे अपनी पाठशाला लगाकर गरीब बच्चों को पढ़ाते हैं. उनका मानना है कि ज्ञान बांटने से बढ़ता है और अगर मेरे प्रयास से किसी का कुछ भला हो सकता है तो बहुत अच्छा है. उनका सिविल सर्विसेज में जाने का सपना था, लेकिन किन्हीं कारणों से उसका सपना पूरा नहीं हो पाया, अगर उनका पढ़ाया कोई एक बच्चा ऐसे मुकाम तक पहुंच जाता है तो वह समझेंगे कि हमनें वह मुकाम हासिल कर लिया.
पेड़ के नीचे क्लास
कोतवाली कर्नलगंज क्षेत्र से सुदूर चचरी पुलिस चौकी में तैनात मोहम्मद जफर पुलिस चौकी के बगल में पीपल के पेड़ के नीचे हर रोज ड्यूटी करने के बाद 4:00 से 5:00 तक गरीब बच्चों को पढ़ाते हैं, जिसमें कक्षा 1 से लेकर 10 तक के बच्चे शामिल हैं. फिलहाल ठंड में लगभग 50 की संख्या में बच्चे आते हैं. मोहम्मद जफर सभी विषयों पर बच्चों को अपना ज्ञान बांटते हैं. यह वो इलाका है जहां से एलिमेंट तटबंध लगभग 10 किलोमीटर दूर है, लेकिन भारी बारिश और तटबंध के कटने पर जहां तक बाढ़ जैसे हालात होते हैं. मोहम्मद जफर के पढ़ाने से जहां बच्चे खुश हैं तो वहीं दूसरी तरफ उनके परिजनों को भी बहुत खुशी है. पुलिस की सर्विस तो हमेशा 24 घंटे की होती है, लेकिन वह अपनी पुलिस ड्यूटी के बाद जो समय मिलता है उसमें चार से पांच घंटा गरीब बच्चों को पढ़ाते हैं.
क्या कहना है बच्चों का
वहीं पुलिस कॉन्स्टेबल मोहम्मद जफर की पाठशाला में ट्यूशन लेने आए बच्चों का कहना है कि वे हमको निशुल्क हर सब्जेक्ट पढ़ाते हैं और कोई पैसा नहीं लेते हैं. हम लोग खुश हैं. वही ट्यूशन लेने आए बच्चे के परिजन ने कहा कि यहां पर चौकी के पास पुलिस सर बच्चों को निशुल्क पढ़ाते हैं, जिससे हम लोगों को ट्यूशन नहीं भेजना पड़ता है.
क्या कहा कॉन्स्टेबल ने
बच्चों को निशुल्क शिक्षा देने वाले पुलिस कॉन्स्टेबल मोहम्मद जफर का कहना है कि, हम जनपद महाराजगंज के रहने वाले हैं. 3 साल पहले पुलिस में पोस्टिंग हुई थी उसके बाद कर्नलगंज में तैनाती की गई है और चचेरी पुलिस चौकी में 1 साल से तैनात हैं. यहां पर अपनी पुलिस ड्यूटी करने के बाद जो समय मिलता है उसमे 4:00 से 5:00 बजे तक आसपास के ग्रामीणों के बच्चों को निशुल्क शिक्षा देते हैं, क्योंकि उनके अभिभावक गरीब हैं, उनकी मजदूरी केवल ₹200 है तो कैसे अपने घर का भरण पोषण करेंगे और कैसे बच्चों को पढ़ाएंगे.
पुलिस कॉन्स्टेबल ने आगे कहा कि, इस वजह से वे बच्चों को शिक्षा देते हैं और इससे अपना ज्ञान भी बढ़ता है. हमारी इच्छा थी कि सिविल सर्विस में जाएं, लेकिन कुछ आर्थिक परिस्थितियां सही नहीं थीं. पुलिस विभाग में नौकरी लग गई. हम किसी भी विभाग में जाते तो अपनी नौकरी करने के साथ जनता की सेवा करते. वैसे तो पुलिस की ड्यूटी 24 घंटे की होती है और बहुत काम होता है, लेकिन एक घंटा पढ़ाने से मन शांत रहता है और अच्छा लगता है.
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