UP Flood News: गोंडा (Gonda) में अब घाघरा नदी खतरे के निशान से महज 4 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. आने वाले दिनों में घाघरा नदी खतरे के निशान से काफी हद तक ऊपर जा सकता है. फिलहाल 12 घंटे के अंदर घाघरा नदी 38 सेंटीमीटर नीचे होकर खतरे के निशान से 4 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. तरबगंज और कर्नलगंज तहसील क्षेत्र के जिन गांवों में बाढ़ जैसे हालात हैं अब वहां का पानी धीरे-धीरे नदी की तरफ जाने लगा. भले ही नदी का पानी नदी में जाने लगा हो लेकिन लोगों की दिक्कतें अभी भी बरकरार है. वो लोग जो घर छोड़कर बांध पर आ गए थे उनको भी काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है. 


18 गांव और 14 हजार की आबादी प्रभावित


कल 20 सितंबर मंगलवार को जिलाधिकारी ने देर शाम तरबगंज के बाद क्षेत्र का निरीक्षण कर लोगों में राहत सामग्री बांटी और अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए. जिला प्रशासन के मुताबिक दोनों तहसीलों को मिलाकर 18 गांव और 14 हजार की आबादी प्रभावित हुई है. पशुओं के इलाज के लिए पशु विभाग की टीम मौजूद है. वहीं बाढ़ पीड़ितों की दुश्वारियां की बात की जाए तो वह अपनी दुश्वारियां का रोना रो रहे हैं. जिला प्रशासन इससे इतर हर संभव राहत सामग्री मुहैया कराने का दावा कर रहा है.


लोगों के आवागमन के लिये नाव लगाई गई


इस बारे में अपर जिलाधिकारी सुरेश कुमार सोनी से बात की गई. उन्होंने बताया कि गोंडा जिले में घाघरा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. इस वजह से जिले के करनैलगंज बाद तरबगंज तहसील के 18 गांव के 110 मजरे प्रभावित हैं जिसमें 10 हजार की आबादी प्रभावित हुई. प्रशासन की टीम बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत बचाव का कार्य कर रही है. बाढ़ ग्रस्त इलाकों में 24 बार चौकिया है जो अलर्ट मोड में काम कर रही है. वहीं राजस्व की टीम भी राहत बचाव कार्य में जुटी है. उन्होंने बताया कि प्रशासन किसी भी आपदा से निपटने के लिए तैयार है. बाढ़ ग्रस्त इलाकों में नावें लगाई जाएगी, जिससे लोगों का आवागमन सुचारू रूप से हो सके.


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