Ram Mandir Inauguration: प्राण प्रतिष्ठा के दिन जन्मे बच्चे को परिवार ने माना भगवान राम का अंश, इस मुहूर्त में लिया है जन्म
Ram Mandir Opening: गोंडा में 12 गर्भवती महिलाओं ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दिन प्रसव कराने का स्लॉट बुक कराया था. 11 महिलाओं ने बेटियों को जन्म दिया. एक महिला से बेटा पैदा हुआ.
Ramlala Pran Pratishtha: राम मंदिर के गर्भगृह में रामलला विराजमान हो गए हैं. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान शुभ मुहूर्त में किया गया. गोंडा में सोमवार को अजब संयोग बना. महिला ने बच्चे को अभिजीत मुहूर्त में जन्म दिया. शुभ मुहूर्त में बच्चे के जन्म पर परिजनों की खुशी का ठिकाना नहीं है. परिवार के लोग बच्चे को भगवान राम का अंश मान रहे हैं. बता दें कि रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के लिए अभिजीत मुहूर्त को चुना गया था. अभिजीत मुहूर्त में जन्मे बच्चे का नाम परिजनों ने भगवान राम के नाम पर रखने की घोषणा की.
प्राण प्रतिष्ठा के दिन गोंडा में बना अजब संयोग
दो दर्जन गर्भवती महिलाओं ने प्राण प्रतिष्ठा के दिन को ऐतिहासिक बनाने की मंशा से प्रसव कराने का स्लॉट बुक करा रखा था. महिलाओं का प्रसव कराने के लिए कक्ष की साज सज्जा की गई थी. 11 महिलाओं ने प्राण प्रतिष्ठा के दिन बच्ची को जन्म दिया. जन्म के बाद जच्चा बच्चा मेडिकल सेंटर में भर्ती हैं. डॉक्टरों की तरफ से जच्चा बच्चा का देखभाल किया जा रहा है. पुरवा की रहने वाली अंतिमा पांडेय ने प्राण प्रतिष्ठा के शुभ मुहूर्त में बेटे को जन्म दिया. परिजनों का कहना है कि ऐतिहासक दिन युगों-युगों तक याद रहेगा.
अभिजीत मुहूर्त में बेटे के जन्म पर परिवार खुश
उन्होंने आज का दिन राम उत्सव के रूप में मनाने की घोषणा की. सभी महिलाओं की ऑपरेशन से डिलीवरी हुई. परिजनों का कहना है कि अंतिमा पांडेय की डिलीवरी का डेट कल था. लेकिन भगवान प्रभु राम की इच्छा से आज डिलीवरी हुई है. पिता सोनू पांडे बेटे के जन्म से बेहद खुश हैं. उन्होंने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा के शुभ मुहूर्त में जन्म लेनेवाला दूसरा बेटा है. सोनू पांडे और अंतिम पांडे का एक बेटा पहले से है. प्रसव के बाद पत्नी अस्पताल में भर्ती है. स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अनीता मिश्रा ने बताया है कि आज शुभ मुहूर्त के दौरान सोनू पांडे के घर नवजात शिशु ने जन्म लिया है. आज 12 गर्भवती महिलाओं का ऑपरेशन किया गया था. 11 महिलाओं ने बेटियों को जन्म दिया है. उन्होंने ऐतिहासिक दिन पर ऑपरेशन करने को गौरव का पल बताया.