नई दिल्ली। सरकार की कई ऐसी योजनाएं होती हैं जो आपके लिये कमाई का जरिया बन सकती है। इन्हीं में से एक सोलर प्लांट। अगर आपके पास अपनी छत है, तो आप सोलर प्लांट लगा सकते हैं। अब आप सोच रहे होंगे कि ये कैसे होगा? आज हम आपको इसके बारे में बताते हैं।


भारत सरकार का नवीन व नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय ग्रिड कनेक्टेड रूफटॉप सोलर प्रोग्राम चलाता है। इसके तहत घर की छत पर रूफटॉप सोलर प्लांट लगाकर बिजली बनाई जा सकती है और उसे बेचकर आप कमाई कर सकते हैं। इस पूरे इंस्टालेशन में सरकार आपको सब्सिडी देती है।


मोदी सरकार देश में रिन्युएबल एनर्जी को लेकर गंभीरता दिखा रही है और इसे प्रोत्साहित कर रही है। सौर ऊर्जा से बिजली उत्पादन की दिशा में सरकार ने काफी काम किया है।


इस तरह आप कर सकते हैं कमाई
छत पर बनी सोलर एनर्जी को बेचने के लिए अपने एरिया की बिजली वितरण कंपनी (डिस्‍कॉम) से संपर्क करना होगा। बिक्री के लिए डिस्कॉम के साथ एक समझौता करना होगा, जिसे पावर परचेज एग्रीमेंट कहा जाता है। इसके बाद कंपनी आपके घर पर मीटर लगा देगी। इस मीटर में छत में लगे सोलर प्‍लांट से कितनी बिजली ग्रिड में सप्‍लाई की गई, उसका रिकॉर्ड दर्ज होगा। बिजली की दर हर राज्य में अलग अलग है। बिजली कंपनी आपके मीटर में रिकॉर्ड यूनिट के आधार पर हर महीने आपको भुगतान करेगी।


कितनी सब्सिडी मिलेगी ये रही पूरी जानकारी
मंत्रालय ये हाल ही में ग्रिड कनेक्टेड रूफटॉप सोलर प्रोग्राम के दूसरे चरण के तहत रूफटॉप सोलर सिस्टम लगाने पर मिलने वाली सब्सिडी पर स्पष्टीकरण जारी किया है।


रूफटॉप सोलर इंस्टॉलेशन की कैपेसिटी के हिसाब से सरकार सब्सिटी की दर तय करती है। तीन किलोवाट तक की कैपेसिटी वाले प्लांट के लिये 40 फीसदी सब्सिडी दी जाती है। वहीं 3 किलोवाट से ज्यादा और दस किलोवाट तक के लिये पहले तीन किलोवाट तक के लिये 40 फीसदी फिर इसके ऊपर की क्षमता के लिये 20 फीसदी सब्सिडी दी जाती है।दस किलोवाट से तक की क्षमता वाले के लिये पहले तीन किलोवाट तक 40 फीसदी बाकी के 7 किलोवाट के लिये 20 फीसदी। दस किलोवाट से ऊपर के लिये कोई सब्सिडी नहीं है।