(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
पीलीभीत टाइगर रिजर्व आने वाले पर्यटकों के लिये खुशखबरी, 'स्टे होम' योजना के तहत गांव में रुक सकेंगे सैलानी
पीलीभीत टाइगर रिजर्व घूमने आने वाले पर्यटकों के लिये सरकार ने अब नई योजना की शुरुआत की है. इसके जरिये टाइगर रिजर्व आने वाले पर्टयक अब इस क्षेत्र से सटे गांवों में रुक सकेंगे. इस योजना से ग्रामीणों को रोजगार भी मिलेगा.
पीलीभीत. भारत देश के 45वें सबसे सुंदर माने जाने वाले यूपी के पीलीभीत टाइगर रिजर्व में आने वाले पर्यटकों एवं वन्य जीव प्रेमियों के लिए एक खास खुश खबरी है. वन विभाग द्वारा पीलीभीत टाइगर रिजर्व से सटे करीब 13 गांवों को स्टेहोम योजना के तहत चिन्हित कर ग्रामीण इलाकों के लिए रोजगार के अवसर के साथ-साथ पर्यटकों के लिए सुविधाओं को बढ़ावा दिया जाएगा, जिसे लेकर वन विभाग ने सत्र शुरू होने से पूर्व स्टे होम योजना को शुरू कर दिया जाएगा.
ये है स्टे होम याजना यूपी के पीलीभीत टाईगर रिजर्व क्षेत्र में देश प्रदेश से लेकर दूर दराज विदेशों से आए पर्यटकों के लिए 127 से अधिक प्रजातियों के जीव जंतु, 350 से अधिक प्रकार के पक्षियों की चहचाहट के साथ साथ करीब 2100 के आस पास जंगलों में वन्य वृक्षों की प्रजातियों के प्राकृतिक सौंदर्य का लुत्फ उठाने के लिए पर्यटक यहां जंगल के बने गेस्ट हाउस में ठहरते हैं, लेकिन अब से आने वाले सत्र में वन निगम के द्वारा टाईगर रिजर्व से सटे ग्रामीण इलाकों में करीब 13 गांव जिनमे मथना, रानीगंज, पिपरिया संतोष, मैनाकोट, फुलहर, रमनगरा, माला कालोनी सहित कुल 13 गांव के ग्रामीण क्षेत्रों में स्टे होम की योजना रजिस्ट्रेशन करवा कर शुरू करने के निर्देश जारी कर दिए हैं. जिसमे स्वच्छ कमरों के साथ साथ पर्यटकों के लिए व्यवस्था उपलब्ध रहेगी. स्टे होम योजना के तहत ग्रामीणों को भी रोजगार के अवसर प्राप्त होकर राजस्व में बढ़ोतरी मिल सकेगी.
ग्रामीणों को मिलेगा रोजगार
जिला वन अधिकारी नवीन खंडेलवाल ने बताया कि स्टे होम योजना की शुरुआत हमारे टाइगर रिजर्व में आने वाले पर्यटकों के लिए की है, जिसमे जंगल से सटे ग्रामीण इलाकों में जिनके पास अच्छे साफ स्वछ कमरे उपलब्ध हैं, वे पर्यटकों के लिए बुक कराए जाएंगे, जिससे ग्रामीण इलाकों में रोजगार भी मिलेगा और राजस्व में भी वृद्धि हो सकेगी.
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